Madhya Pradesh News: एक समय था जब लोग मजबूरी में हेयर ट्रांसप्लांट करवाते थे, लेकिन अब जमाना 5जी का है. दुनिया तेजी से बदल रही है और अब लोग हेयर ट्रांसप्लांट को बतौर शौक अपनाने लगे हैं. इतना ही नहीं वैलेंटाइन वीक में यूथ अपने पार्टनर को हेयर ट्रांसप्लांट करवा कर सरप्राइज भी दे रहे हैं. पॉपुलैरिटी की बात करें तो अकेले इंदौर (Indore) में ही अब हर महीने 500 से ज्यादा लोग हेयर ट्रांसप्लांट करवाते हैं.


कुछ समय पहले तक प्रीमियम कहे जाने वाली हेयर ट्रांसप्लांट की तकनीक अब हर दिल पर राज कर रही है. देश और दुनिया में हेयर ट्रान्सप्लांट को लेकर लोगों में जागरूकता आई है, यह हम नही बल्कि आंकड़े कह रहे हैं. एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि अब लोग स्टाइलिश दिखने के लिए इस तकनीक को अपना रहे हैं. वेलेंटाइन वीक चल रहा है और इसे हर कोई अपने तरीके से मना रहा है. ऐसे में इंदौर के एक शख्स ने तय किया कि इस बार वह अपने लुक को आधुनिक तकनीक के सहारे थोड़ा स्टाइलिश बनाएंगे और अपनी पार्टनर को सरप्राइज देंगे.  


वेलेंटाइन वीक में लोग करा रहे अपना हेयर ट्रांसप्लांट 
दरअसल इंदौर के रहने वाले इब्राहिम अपनी पत्नी को सरप्राइज देना चाहते थे. ऐसे में उन्होंने तय किया कि वह हेयर ट्रान्सप्लांट के जरिए एक बेहतर लुक अपना कर अपनी पत्नी को सरप्राइज देंगे. बस फिर क्या था प्यार परवान चढ़ा और इब्राहिम ने इंदौर के अपने परिचित एमडी स्किन डॉ. अमजद पटेल से संपर्क किया और अपना हेयर ट्रांसप्लांट करवा लिया. वहीं  इंदौर के आनंद बाजार क्षेत्र में स्थित स्किन-ओ-क्लॉक के डायरेक्टर डॉक्टर अमजद पटेल ने बातचीत के दौरान एबीपी न्यूज से बताया कि अब लोग वैलेंटाइन वीक में एडवांस ऑप्शन्स पर जा रहे हैं.


लोग अब अपनी हेल्थ को लेकर अवेयर हुए हैं और वह अपने साथी के खूबसूरत दिखने की चाह भी रखने लगे हैं. उन्होनें कहा कि पहले जो तकनीक इस्तेमाल की जाती थी उसमें कई परेशानियां थीं, लेकिन अब आधुनिक तकनीक के जरिए टू और थ्री टियर सिटी में भी यह स्किन और हेयर से जुड़ी प्रीमियम सेवाएं कम लागत में उपलब्ध होने लगी हैं. डॉक्टर अमजद ने बताया कि इंदौर शहर अब मेडिकल का हब बन चुका है और इंदौर शहर में ही एक दिन में डेढ़ दर्जन से ज्यादा हेयर ट्रान्सप्लांट हो रहे हैं. वहीं एडवांस ट्रीटमेंट की तकनीक आने से लागत थोड़ी कम हुई है.  


क्या है FUE हेयर प्लांट टेक्निक?
एडवांस्ड एस्थेटिक एंड हेयर ट्रांसप्लांट सेंटर स्किन ओ क्लॉक के डायरेक्टर डॉ अमजद पटेल ने बताया कि इस नई तकनीक को फॉलिक्यूलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (FUE) हेयर ट्रांसप्लांट के नाम से जाना जाता है. यह बेहद इफेक्टिव और सक्सेसफुल है और पूरी तरह से दर्द रहित होती है. इसके रिजल्ट बहुत तेजी से दिखाई देते हैं और इससे सर के ज्यादा एरिया को आसानी से कवर किया जा सकता है. खास बात यह है कि इसमें रिकवरी काफी तेज होती है, जो कि आमतौर पर दो से तीन दिन में ही देखने को मिल सकती है. इंदौर में अब हाइड्रा फेशियल, बोटॉक्स, फीलर्स लिप्स, चिक्स, अंडर आई, हाइफू मशीन, डबल चिन हटाने के लिए कार्बन फेशियल की सुविधाएं भी मिलने लगी हैं.


एक साथ 4-5 हजार हेयर ग्राफ्ट ट्रांसप्लांट
अभी तक जो स्ट्रीप तकनीक का उपयोग आमतौर पर विशेषज्ञों द्वारा हेयर ट्रांसप्लांट में किया जाता है, उससे 1500 से 2500 के करीब हेयर ट्रांसप्लांट किए जा सकते थे. वहीं इस एफयूई तकनीक के जरिए काफी कम समय में लगभग दुगना 5000 के करीब हेयर ट्रांसप्लांट कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि जिन लोगों के केवल कुछ जगहों के और कम बाल वापस लाने होते हैं तो स्ट्रीप तकनीक का उपयोग करते हैं. वहीं अगर जिन लोगों का ज्यादा हिस्सा कवर करना होता है तो फिर यह नई एफयूई तकनीक काम में आती है.  


यूएसएफडी एप्रूव्ड टेक्निक से होगा ट्रीटमेंट
इस्तांबुल तुर्की में इस्तेमाल होने वाली एसयूई हेयर प्लांट टेक्निक का फायदा अब इंदौर में भी मिलने लगा है. डॉ. पटेल ने कहा कि लोग मानते हैं कि ट्रांसप्लांट के कुछ समय बाद बाल चले जाते हैं टिकते नहीं है, लेकिन ऐसा नहीं है. हेयर ट्रांसप्लांट करने के सालभर बाद तक डॉक्टर के सुपर विजन में केयर करने पर किसी तरह की परेशानी नहीं होती है और 7 से 8 महीने के बाद सारे बाल वापस आ जाते हैं. फिर ट्रांसप्लांट किए बाल हमेशा के लिए बने रहते हैं.



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