Ashtang Ayurveda college: पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज के छात्र बैठे अनिश्चित हड़ताल पर बैठ गए हैं. सरकार की सद्बुद्धि के लिए उन्होंने यज्ञ किया है. आज छात्रों ने रक्तदान कर सरकार से मांगे पूरी करने की अपील की है. सरकार अगर मांगे नहीं मानती तो उन्होंने उग्र आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है.


5 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं छात्र


अष्टांग आयुर्वेद महाविद्याल परिसर में बैठे छात्रों द्वारा सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया जा रहा है. वे पिछले 5 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं. छात्रों ने शासन-प्रशासन को आड़े हाथ लेते हुए जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.


सौतेला व्यवहार करने का आरोप


शशांक सिंह वैश्य छात्र के अनुसार सरकार उनकी मांगोंं पर ध्यान नहीं दे रही है. 86 बार ज्ञापन देने के बाद भी सरकार की तरफ से सकारात्मक जवाब नहीं आया. छात्रों का कहना है कि समान काम और समय देने के बाद भी हमारे साथ दूसरी चिकित्सा पद्धति की तुलना में उपेक्षित व्यवहार किया जा रहा है. होमियोपैथिक एक सफल पद्धति होने के बावजूद इसे जन कल्याणकारी योजनाओं से दूर रखा जा रहा है. जो लाभ जनता को मिलना चाहिए वह भी नहीं मिल पा रहा है और ना ही सरकार के द्वारा नवीन होम्योपैथिक डिस्पेंसरी औषधालय का निर्माण किया जा रहा है. साथ ही PHC, CHC, PSC और CHO में भी अनदेखा और सौतेला व्यवहार किया जा रहा है.




इन्ही मांगोंं को लेकर सोमवार को अष्टांग महाविद्यालय के छात्रों ने रक्तदान शिविर लगाया. साथ ही सरकार की सद्बुद्धि के किए हवन किया गया. ये चेतवानी भी दी गई है कि सरकार अगर मांगे नहीं मानती है तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा.


ये भी पढ़ें-


Ujjain Mahakal: महाशिवरात्रि के अगले दिन दूल्हे के रूप में दर्शन देते हैं भगवान महाकाल, दोपहर में होती है भस्म आरती