Cable Car Project: पिछले तीन सालों में इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) ने केबल कार परियोजना के सर्वे के लिए 75 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया लेकिन बावजूद इसके जमीनी स्तर पर कुछ भी नहीं कर पाया है.  इस बीच इस योजना में कई बदलाव हुए हैं और अब इसकी लागत 1.75 करोड़ रुपये हो गई है.


इंदौर में मेट्रो परियोजना के बाद शहर के बुनियादी ढांचे में केबल कार परियोजना बेहद अहम है, लेकिन ये योजना लगातार साढ़े तीन साल से डिले चल रही है. अब इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) को प्रोजेक्ट के फिजिबिलिटी सर्वे के लिए 1 करोड़ रुपये और देने पड़ सकते हैं.


शिवराज सिंह चौहान ने की थी घोषणा


साल 2021 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा केबल कार परियोजना को इंदौर में लाने की घोषणा की गई थी. जिसके बाद किसी भी कंपनी ने प्रोजेक्ट के फिजिबिलिटी सर्वे करने में कोई रुचि नहीं दिखाई थी. अब हाल ही में दो कंपनियों ने रुचि दिखाई है, जिसमें सबसे कम बिड 1.75 करोड़ रुपये है.


वहीं 2021 में इस प्रोजेक्ट को शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक की राह आसान बनाने और मार्केट कनेक्टिविटी के लिए शुरू करने की प्लानिंग थी. केबल कार को राजवाड़ा, भंवरकुआं, रेलवे स्टेशन जैसे स्थानों के लिए प्लान किया गया था. 


रद्द कर दिया गया था टेंडर


इसके लिए एक कंपनी ने आईडीए के सामने एक प्रेजेंटेशन दिया, लेकिन बाद में टेंडर रद्द कर दिया गया. फिर आईडीए ने एक और बार टेंडर जारी किया, जिसके लिए एक कंपनी सामने आई और एक ने काम के लिए टेंडर राशि से अधिक की मांग की, जिसके कारण इसे रद्द कर दिया गया. हालांकि अभी भी आईडीए अधिकारियों की प्राथमिकताओं में ये परियोजना शामिल है.


आईडीए अधिकारियों ने कहा कि फिजिबिलिटी सर्वे के लिए टेंडर बुलाये थे. भारत सरकार से संबंधित दो कंपनियों - वैपकोस और राइट्स ने निविदा में भाग लिया है. इसमें वैपकोस ने फिजिबिलिटी सर्वे करने के लिए 1.75 करोड़ रुपये की राशि मांगी है.


प्रस्तावित केबल कार परियोजना
शहर के चार सबसे बिजी रूट्स पर केबल कार चलाई जाएगी जिसमें जवाहर मार्ग से राजवाड़ा, कलानी नगर से सुदामा नगर, क्लॉथ मार्केट से महाराणा प्रताप नगर और इंदौर रेलवे स्टेशन से भंवरकुआं शामिल हैं.


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