Indore News: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर शहर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद लगातार ट्रैफिक को सुगम बनाने की कवायद की जा रही है. कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद ट्रैफिक पुलिस द्वारा जिस तरह के नवाचार किए गए हैं उसका फायदा भी शहर में होता हुआ दिखाई दे रहा है. अब ट्रैफिक पुलिस रेड सिग्नल तोड़ने वालों को ठीक करने के लिए गाड़ी मालिक के घर चालान लेकर जा रही है. बीते सप्ताह में जो डाटा निकल कर सामने आया है उसमें रोजाना 500 से ज्यादा लोग रेड सिग्नल तोड़ कर निकले हैं. हालांकि अभी सभी चौराहों पर कैमरे नहीं लगे हैं जिससे आंकड़ा और भी बढ़ सकता है.


चालान नहीं भरने पर जब्त होंगे वाहन


दरअसल ट्रैफिक डीसीपी महेश चंद जैन का पूरा जोर सिग्नल तोड़ने वाले गाड़ी मालिकों पर है. उनके इस रवैये में सुधार के लिए ट्रैफिक डीसीपी महेश चंद जैन ने नियम तोड़ने वालों के लिए सख्ती बरतना शुरू कर दी है. जनवरी माह की बात की जाए तो रोजाना 500 से 600 लोगों ने ट्रैफिक सिग्नल तोड़ा है. नई ट्रैफिक पुलिस ने घर पर चालान वसूली में बाधा उत्पन्न करने वाले गाड़ी मालिकों पर सख्त कार्रवाई करने का मन बना लिया है. चालान वसूली करने जाने पर चालान की राशि नहीं देने वालों पर ट्रैफिक पुलिस उनके वाहन सड़कों पर जब्त करेगी. 


घर-घर जाकर वसूले जा रहे चालान


इंदौर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद लगातार ट्रैफिक को सुगम बनाने की कवायद की जा रही है. ऐसे में ट्रैफिक डीसीपी महेश चंद जैन ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए लगातार नवाचार कर रहे हैं जिसका फायदा भी पिछले दिनों में देखने को मिला है. हालांकि ट्रैफिक डीसीपी महेश चंद जैन के अनुसार इंदौर को ट्रैफिक में नंबर वन बनाना है. चालानी कार्रवाई का हमारा कोई इरादा नहीं है लेकिन जो 5 फीसदी लोग ट्रैफिक नियम को लगातार तोड़कर ट्रैफिक नियमों के साथ खिलवाड़ करते हैं. ऐसे लोगों को सुधारने के हिसाब से हमारे द्वारा घर-घर जाकर चालान की राशि वसूलने का काम किया जा रहा है.


डीसीपी महेश चंद जैन ने शहर के लोगों की तारीफ की


हालांकि डीसीपी महेश चंद जैन ने इंदौर शहर के लोगों की तारीफ भी की है. उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा किए जा रहे नवाचार को शहर की जनता लगातार मान रही है और ट्रैफिक को सुगम बनाने में भी शहर की जनता लगातार जागरूक दिखाई दे रही है. आने वाले दिनों में ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए लगातार कार्य किए जाएंगे. जिसमें इंदौर शहर पूरे प्रदेश में ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए मिशाल पेश करेगा.


सड़कों पर जब्त होंगे वाहन


हालांकि ट्रैफिक के जवानों द्वारा घर-घर जाकर वसूली करने में कई तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है. लेकिन ट्रैफिक डीसीपी महेश चंद जैन की मानें तो घर-घर जाकर जो वसूली की जा रही है उसमें 95 फीसदी लोग घरों पर ही चालान की राशि दे रहे हैं. मात्र 5 फीसदी लोग या तो घरों पर मिल नहीं रहे हैं या चालान की राशि देने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं. ऐसे लोगों के वाहनों को जब्त करने का काम ट्रैफिक पुलिस द्वारा किया जाएगा. वह अलग-अलग चौराहों पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवानों और अधिकारियों को उन गाड़ियों के नंबर मुहैया कराए जाएंगे जिससे वह सड़कों पर ही उनके वाहनों को जब्त कर सकें.


जिन लोगों के पुराने चालान बकाया हैं उन लोगों से चालान की वसूली नहीं की जा रही है. सिर्फ ट्रैफिक पुलिस अब ऐसे लोगों पर नजर बनाए हुए हैं जो लगातार ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते हैं और रेड सिग्नल तोड़कर निकल जाते हैं. ऐसे लोगों से उनके पुराने चालान की वसूली के साथ-साथ पेनल्टी लगा कर चालान की वसूली ट्रैफिक पुलिस करेगा.


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