Child Marriage in Indore: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) में एक पिता अपनी 16 साल की नाबालिग बेटी की शादी करवा रहा था, इसी दौरान महिला बाल विकास विभाग और चाइल्ड लाइन की टीम पहुंच गई. पिता से नाबालिग लड़की की शादी करने की वजह पूछने पर उसने बताया कि अच्छा रिश्ता आ गया तो शादी के लिए हां कर दी. जांच में पाया कि युवक और नाबालिग लड़की की उम्र में 13 साल का अंतर है. हालांकि समझाइश देने के बाद इस बाल विवाह को रोक दिया गया.
दरअसल शनिवार को चाइल्ड लाइन के नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने सूचना दी थी कि इंदौर के पटेल नगर के हबलानी परिसर में एक नाबालिग का विवाह हो रहा है. तत्काल सूचना पर महिला बाल विकास और बाल कल्याण समिति का दल एकत्रित हुआ और इंदौर पुलिस को लेकर हबलानी परिसर पहुंचा. यहां पर माता-पिता से बात की गई और नाबालिग के उम्र संबंधी प्रमाण मांगे गए, जिसे देखने के बाद लड़की की उम्र 16 साल ही पाई गई.
लिव-इन में रह रहे थे दोनों
परिजन ने बताया कि वह मूल रूप से डकाचिया के रहने वाले हैं. पिता कहीं नौकरी करते हैं. पिता ने बताया कि बेटी अभी स्कूल में ही पढ़ाई कर रही है. अच्छा रिश्ता आने पर उसकी शादी करने का निर्णय लिया गया था. वहीं युवक की उम्र करीब 30 वर्ष पाई गई और वह एक निजी कंपनी में नौकरी करता है. इस दौरान पता चला कि युवक पिछले दो सालों से लड़की को जानता था और वह नाबालिग लड़की के साथ ही लिव-इन में ही रह रहा था, जिसके बाद शादी की जा रही थी.
उड़नदस्ता प्रभारी महेंद्र पाठक के अनुसार संयुक्त दल ने वहां पंचनामा बनाया और परिवार से स्टांप पेपर पर लिखवाया गया है कि वह नाबालिग लड़की का बाल विवाह नहीं करेगा. यदि इसके बाद भी बिना बताए बाल विवाह होता है तो उनके ऊपर बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.
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