Indore News Today: इंदौर में आस-पास के क्षेत्रों को शामिल करके महानगर के रूप में विकसित किया जा सकता है. इंदौर शहर की यातायात योजना को इस तरह से तैयार किया जा सकता है कि शहर की समस्या का पूरी तरह से समाधान हो सके. 


ये सुझाव शहर के विभिन्न संगठनों और संस्थाओं ने 'इंदौर विकास योजना-2041' (शहर का मास्टर प्लान) पर चर्चा के लिए आयोजित बैठक में दिए हैं कलेक्टर आशीष सिंह की पहल पर गुरुवार (30 मई) को यहां बैठक आयोजित की गई. 


इन संगठनों रहे मौजूद
बैठक में संयुक्त संचालक नगर और ग्राम्य नियोजन सुभाशीष बनर्जी सहित शहर के विकास संगठनों, इंदौर उत्थान अभियान समिति, अभ्यास मंडल, इंदौर अभिभाषक संघ, सेवा सुरभि, विश्व संवाद केंद्र, लघु उद्योग भारती सहित अन्य संस्थाओं और संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे.


इसी तरह कृषि उपज व्यापारी संघ, लोहा मंडी परिवहन औरव्यापारी संगठन, दाल मिल एसोसिएशन, अनाज मंडी व्यापारी संगठन, बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन, इंदौर ट्रक एसोसिएशन, अनाज-दलहन-तिलहन व्यापारी महासंघ आदि सगंठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे.


'मास्टर प्लान बनाने में सबसे लिया जाएगा सुझाव'
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि इंदौर विकास योजना व्यापक विचार-विमर्श के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे जुड़े संगठनों और संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों और विशेषज्ञों से सुझाव लिए जा रहे हैं. इसके अलावा देश के जाने-माने टाउन प्लानर्स से भी सुझाव लिए जा रहे हैं.


इंदौर कलेक्टर ने कहा कि हमारा प्रयास है कि शहर का मास्टर प्लान बेहतर हो, जन सुविधाओं से युक्त हो और जनता के लिए उपयोगी हो. उन्होंने कहा कि इंदौर तेजी से बढ़ता हुआ शहर है, इसके आसपास के शहर भी तेजी से विकसित हो रहे हैं. इंदौर को महानगर के रूप में विकसित करने की दृष्टि से शहर की विकास योजना तैयार की जाएगी.


कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि इंदौर को बेहतर शहर बनाने का हमारा प्रयास है. विकास योजना तैयार करने में सभी से सुझाव लिए जा रहे हैं. स्वच्छ, हरित और स्वस्थ शहर की नींव रखने के लिए योग्यता सूचकांक को बढ़ाना महत्वपूर्ण उद्देश्य है. विकास योजना शहर को विश्व स्तरीय कार्यस्थल और व्यावसायिक केंद्र के रूप में विकसित करने में मदद करेगी, जिससे रोजगार के अवसरों में वृद्धि के साथ समग्र आर्थिक विकास सुनिश्चित होगा.


मास्टर प्लान में इस पर होगा विशेष ध्यान
शहर के विभिन्न क्षेत्रों को कुशल शहरी परिवहन प्रणाली से जोड़ने का भी प्रस्ताव है. विकास योजना में पर्यावरण उन्नयन और प्राकृतिक संसाधनों, पर्यावरण सुधार और जैव विविधता पर भी ध्यान दिया जा रहा है.


ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन पर भी मास्टर प्लान में विशेष ध्यान दिया गया है. बैठक में मुख्य रूप से मंडियों, ट्रांसपोर्ट नगर, बस स्टैंड, आईएसबीटी, दाल मिल आदि को नए स्थानों के रूप में विकसित करने के संबंध में चर्चा की गई.


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