Indore News: मध्य प्रदेश में मोहन यादव की अगुवाई वाली बीजेपी की सरकार ने हाल ही में कई जिलों के कलेक्टरों के तबादले किए गए. इसी क्रम में भोपाल से आईएएस आशीष सिंह का ट्रांसफर कर इंदौर का नया कलेक्टर बनाया गया है. इंदौर के कलेक्टर रहे डॉक्टर इलैयाराजा टी. को राजधानी भोपाल भेज दिया गया है. इंदौर में कलेक्टर का चार्ज संभालते ही आशीष सिंह एक्शन मोड में हैं. जमीनी स्तर पर आते ही उन्होंने जिले के सभी क्रमचारियों पर कसावट शुरू कर दी थी. वहीं अब आशीष सिंह अपने कलेक्टर ऑफिस के कर्मचारियों और अधिकारियों पर नकेल कसने में लगे हैं.


दरअसल, इंदौर कलेक्टर कार्यालय में कर्मचारियों द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है. आम आदमी का काम बहुत देरी से हो रहा है, लोग इसकी शिकायत भी लगातार जिला कलेक्टर से कर रहे थे. इन शिकायतों के बाद जिला कलेक्टर ने आनन फानन में पूरे कार्यालय परिसर का दौरा किया. इस दौरान उन्हों सभी विभागों के कार्यालय, अधिकारियों की केबिन और संबंधित अधिकारियों की खबर लेने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कलेक्टर ने धड़ाधड़ कार्रवाई करते हुए कई अधिकारियों को नोटिस थमा दिये, जबकि कुछ पर जांच बैठा दी.


आशीष सिंह के कलेक्टर परिसर के दौरे से मचा हड़कंप
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पद संभालने के बाद आदेश दिया था कि आम आदमी को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए और सभी सरकारी काम समय पर होने चाहिए. उनके इस आदेश का असर दिखने लगा. मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप इंदौर कलेक्टर एक्शन में दिखाई दे रहे हैं. आशीष सिंह ने चार्ज संभालने के कुछ ही दिनों बाद इंदौर कलेक्टर का तूफानी दौरा करते नजर आए. इस दौरान उन्होंने तमाम अधिकारियों और कर्मचारी की निगरानी की और देखा कि कौन कितने बजे आ रहा है और क्या काम कर रहा है. संबंधित कर्मचारियों को जो जिम्मेदारी दी गई, वह उसको करने में कोई लापरवाही नहीं कर रहे हैं, इस पर इंदौर जिला कलेक्टर ने नजर बनाए रखी. कलेक्टर आशीष सिंह के सामने कई लापरवाई के मामले आए, इस पर उन्होंने कार्रवाई करते हुए संबंधितों को नोटिस थमा दिया या जांच बैठा दी है.


इन अधिकारियों, कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई
कलेक्टर ने प्रशासनिक संकुल में अलग-अलग तहसीलों का दौरा किया. इस दौरान कार्य में लापरवाही मिलने पर तहसीलदार भिचौली हप्सी अंकिता वाजपेई, तहसीलदार मल्हारगंज ओमप्रकाश मनाग्रे, प्रवाचक पूनम चौहान, जितेंद्र चौधरी,अनिता अंगारे व श्रृद्धा शर्मा को शो कॉज नोटिस जारी किया. वही नायब तहसीलदार मल्हारगंज धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं. आपको बता दें कि नायब तहसीलदार धर्मेंद्र सिंह को गुरुवार (11 जनवरी) ही मल्हारगंज तहसीलदार से हटाकर भू अभिलेख में भेज दिया गया, उनकी जगह जितेंद्र वर्मा को नायब तहसीलदार बनाया है.


लापरवाही बरतने पर नायाब तहसीलदार पर गिरी गाज
इस मौके पर कलेक्टर आशीष सिंह ने निरीक्षण के दौरान पाया कि कुछ प्रकरण काफी समय से लंबित है, उन पर पेशी नहीं कराई गई है. दायित्वों के निर्वहन में इस तरह के लापरवाही बरतने पर मल्हारगंज तहसीलदार, नायब तहसीलदार और भिचौली हप्सी न्यायालय के रीडर, मलारगंज तहसीलदार औक नायब तहसीलदार न्यायालय के रीडर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मल्हारगंज तहसील के पूर्व नायब तहसीलदार धर्मेंद्र सिंह चौहान ने एक आवेदक का प्रकरण 6 महीने से अधिक समय से लंबित रखा था. प्रकरण पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी और दायित्वों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही पाई. मामले में कलेक्टर ने पूर्व नायब तहसीलदार पर विभागीय जांच शुरू करने के निर्देश दिए हैं.


जिला कलेक्टर ने दिए ये आदेश
मीडिया से चर्चा में कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि आम जनता की समस्याएं समयबद्ध तरीके से हल किया जाए यह हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि "आवेदकों को बार-बार कार्यालय के चक्कर न लगाने पड़े, अनावश्यक रूप से किसी भी प्रकरण को लंबित न रखा जाए और लगातार पेशी की जाए. जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि "जो भी प्रकरण अनावश्यक रूप से लंबित हैं, उन पर तुरंत सुनवाई की जाए. जनता की समस्याओं का त्वरित रूप से निराकरण हो यह सभी राजस्व अधिकारी सुनिश्चित करें."


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