Indore Corona Update: इंदौर शहर में कोरोना का अब तक का सबसे बड़ा विस्फोट हुआ है. कोरोना की तीसरी लहर ने आते ही तेजी से अपना रंग दिखा रही है, यही कारण है कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3005 सैंपलों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. दरअसल मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इन्दौर शहर में कोरोना की तीसरी लहर के चलते कोरोना असर बढ़ता ही जा रहा है, जहां प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बेतहाशा इजाफा होता दिखाई दे रहा है.
तीसरी लहर में पहली बार 3000 मरीजों का आंकड़ा पार
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हर दिन की जा रही रेंडम सैंपलिंग के अंतर्गत लिये गए करीब 11640 नागरिकों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे. सैंपलों की जांच की रिपोर्ट बुधवार देर रात को जारी की गई जारी की गई, जिसके अनुसार अब तक के रिकार्ड 3005 लोगों की कोरोना संक्रमित रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इन सभी व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण के लक्षण मिले हैं. हाल ही के पिछले कुछ दिनों से यह आंकड़ा 2000 पार आ रहा था, लेकिन यह पहला मौका है जब इन्दौर में कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़े ने 3000 की संख्या पार किया है, जो अब तक कि सबसे ज्यादा आंकड़ा है. बुधवार तक घर व हॉस्पिटल में इलाजरत संक्रमित मरीजों की संख्या 15751 है. हालांकि अधिकतर मरीज सामान्य हालत में है जो घरों में उपचाररत हैं. हॉस्पिटल में करीब 2% से कम ही कोविड हॉस्पिटल में इलाज मरीजों का इलाज जारी है.
कल आए मामलों में 110 बच्चे भी शामिल
इंदौर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएस सेतिया के अनुसार बुधवार को कोरोना संक्रमित मिले मरीजों की संख्या 3005 आई है. इसमें 110 बच्चे भी शामिल हैं. वहीं स्वस्थ होकर हॉस्पिटल से 622 मरीज डिस्चार्ज किये गए हैं. सभी शहरवासियों से लगातार अपील की जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर के चलते सावधानी बरतें, मास्क लगाएं व भीड़ भाड़ वाली जगह में जाने से बचें. बता दें कि कुछ ऐसे इन्दौर के इलाके है जहां पर लगातार कोरोना संक्रमित आ रहे हैं, जैसे लसुड़िया, विजय नगर, महालक्ष्मी नगर, बीचोली, मर्दाना, बिलावली, मल्हारगंज व्रन्दावन, नन्दनवन, महू वार्ड नं. 80 82 83 व अन्य और भी क्षेत्र ऐसे है जहां प्रतिदिन संक्रमित मिल रहे हैं.
ज्ञात हो कि कोरोना से इन्दौर में पहली और दूसरी लहर में अब तक 1400 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. हालांकि तीसरी लहर में अभी तक जितने भी संक्रमित पाए गए हैं, लगभग सभी की हालत सामान्य बताई जा रही है जो काफी हद तक राहत की बात है, करीब 30 मरीज ऐसे हैं जिनपर संक्रमण का असर ज्यादा बताया जा रहा है.
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