Indore Dhaba News: पालतू जानवर रखने का रिवाज देश में तेजी से बढ़ रहा है. हालांकि, पालतू जानवर रखना एक बड़ी जिम्मेदारी का काम है. दरअसल, पालतू जानवरों के स्वास्थ्य की देखभाल के साथ ही उसे घर में खुश रखना भी अहम होता है. लिहाजा, कई बार कुत्ते के मालिक अपने पालतू जानवरों को उसके अनुकूल कैफे और रेस्तरां में ले जाकर लाड-प्यार करते देखे जाते हैं. इस बीच अब इंदौर में एक ऐसा 'ढाबा' खुल गया है, जो सिर्फ कुत्तों के लिए है.


ढाबे पर दी जाती है ये सेवाएं


इंदौर के बलराज झाला दंपती ने इस डॉगी ढाबे की शुरुआत की है. दरअसल, झाला खुद एक डॉग लवर है.  इस ढाबे में कुत्तों के लिए भोजन, रहने और जन्मदिन मनाने की पूरी व्यवस्था की गई है. इसके अलावा इस ढाबे से आपके कैनाइन दोस्त के लिए फूड डिलीवरी और पार्सल की सेवाएं भी दी जाती है. इतना ही नहीं, डॉगी ढाबा कुत्तों के जन्मदिन के लिए उसके मुताबिक केक भी बनाता है, ताकि कुत्ते भी अपना विशेष दिन अपनी तरह से मना सके. 


ऐसे आया डॉगी ढाबा खोलने का विचार


झाला ने बताया कि कोविड-प्रेरित लॉकडाउन के दौरान उन्होंने महसूस किया कि कुत्तों को भी भोजन खोजने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. इसके बाद उन्होंने रात में घर लौटते समय रास्ते में मिलने वाले कुत्तों को खाना खिलाना शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि मैं शुरू से ही डॉग लवर रहा हूं. मैं साल 2019 तक एक होटल में काम करता था, जहां से रात को घर लौटते वक्त कुत्तों को खाना खिलाता था. उन्होंने कहा कि तभी मुझे कुत्तों के लिए एक ढाबा खोलने का विचार आया और मैंने अपनी पत्नी के साथ 2020 में यह ढाबा खोला. उन्होंने कहा कि हमारे यहां ऑनलाइन डिलिवरी भी की जाती है. उन्होंने बताया कि हमारे यहां बाकायदा डॉग फूड डिलीवरी बॉय हैं, जो दोनों वक्त कुत्तों के भोजन की आपूर्ति करते हैं.


7 रुपये से लेकर 500 तक है भोजन


डॉगी ढाबे पर मिलने वाले भोजन की कीमत के बारे में उन्होंने बताया कि हमारे यहां शाकाहारी और मांसाहारी सभी तरह के भोजन की व्यवस्था है. इसके अलावा कुत्तों के लिए पूरक आहार भी उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि हमारे ढाबे पर कुत्तों के भोजन की एक पूरी फहरिस्त पलब्ध है, जिसकी कीमत 7 रुपये से लेकर 500 प्रति दिन है. 


कुत्तों के लिए बोर्डिंग सेवाएं भी है उपलब्ध


यह ढाबा कुत्तों के लिए बोर्डिंग सेवाएं भी प्रदान करता है. दरअसल, ढाबा संचालक कपल की कोशिश यह सुनिश्चित करने की है कि व्यायाम, खेल, पारिवारिक, सामाजिक और व्यावसायिक अवसरों पर कुत्तों के मालिकों के बाहर जाने पर उनके पालतू जानवर को किसी तरह की कोई तकलीफ न हो. लिहाजा, ऐसे मौकों पर उनके कुत्तों की अच्छी तरह से देखभाल की जाती है. उन्होंने कहा कि हमारी बोर्डिंग सुविधा लेने वालों को अपने जानवरों के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.


ये भी पढ़ें: MP Budget 2023: राज्यपाल के अभिभाषण से बजट सत्र का आगाज, 1 मार्च को आएगा शिवराज सरकार का 'पेपरलेस बजट'