Indore Accused Bail Rejected: इंदौर में एक युवती को संक्रमित खून का इंजेक्शन लगाने वाले आरोपी की जमानत खारिज हो गई है. आरोपी ने करीब 3 महीने पहले युवती को संक्रमित खून का इंजेक्शन लगाया था. इस मामले की शिकायत युवती द्वारा पुलिस से की गयी थी, वहीं पुलिस ने जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया था. सुनवाई के 3 महीने बाद जाकर आरोपी की जमानत को कोर्ट में खारिज कर दिया.
घटना इसी साल 12 मार्च की है जहां सराफा बाजार में एक युवती अपनी सहेली के साथ टू व्हीलर पर जा रही थी, तभी अचानक दो बदमाश आए, उसे रोका और संक्रमित इंजेक्शन लगाकर भाग गए थे. इस मामले में पुलिस ने खोजबीन की तो और भी कई आरोपी सामने आए जिनके नाम उजागर हुए, इनमें इंदौर के ही एक महिला अस्पताल की सफाई कर्मी महिला, उसके पति सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.
साथी के दिया था घटना को अंजाम
इस पूरे मामले में किशोर पूरी मुख्य आरोपी है जो अभी जेल में है और उसी ने एक तरफा प्यार में आकर महिला के खिलाफ घटना को अंजाम दिया था. किशोर कोरी अक्सर युवती का पीछा किया करता था और प्यार से इनकार करने पर उसे जान से मारने की धमकियां भी दिया करता था. पुलिस अभिरक्षा में उसने यह कबूल किया था कि उसने दक्षिण की एक फिल्म देखकर अपने एक साथी के जरिए इस पूरी घटना को अंजाम दिया.
ये था मामला
मध्य प्रदेश के इंदौर में एक सनसनीखेज वारदात पिछले दिनों हुई थी जहां सिरफिरे आशिक ने बात चीत बंद करने के बाद एक लड़की को संक्रमित खून का इंजेक्शन लगा दिया था. इस मामले में आरोपी युवक ने पहले पुलिस को गुमराह किया और कहा कि भूतेश्वर महादेव मंदिर के सामने बैठे एक भिखारी का खून निकालकर उसने युवती को लगाया है. लेकिन पुलिस जब भिखारी के पास पहुंची और उससे जानकारी हासिल की तो पुलिस के होश भी उड़ गए.
मुर्दे का था खून
दरअसल जो खून युवती को इंजेक्शन से लगाया गया वह इस भिखारी का नहीं था. अब पुलिस के सामने बड़ा सवाल यह था कि यह खून आखिर है किसका? ऐसे में पुलिस ने फिर से सख्ती के साथ आरोपी से पूछता शुरू कर दी. जब पूछताछ शुरू हुई तो इस केस में एक नया खुलासा हुआ वह खुलासा यह था कि जो खून युवती को चढ़ाया गया वह भिखारी का नहीं था बल्कि एक मुर्दे का खून था.
एक तरफा प्यार में था बदमाश
जी हां आप भी सुनकर इस बात से हैरान रह जाएंगे कि आखिर किस तरह एक बदमाश ने अपने एकतरफा प्यार में युवती से बदला लेने की कोशिश की. युवक ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि उसने इंदौर के ही एक सरकारी हॉस्पिटल से एक मुर्दे का खून एक महिला की मदद के जरिए मंगवाया था.
करीब 6 महीने पहले निकाला था खून
इस मामले में कुल सात आरोपी हैं और इसमें सुपारी देने वाला मास्टरमाइंड किशोर पुरी है जिसने छह अन्य लोगों के साथ मिलकर इस पूरी वारदात को अंजाम दिया इस मामले में रोशन और आकाश दो आरोपी ऐसे जिन्होंने इस युवती को इंजेक्शन लगाया था. आरोपी किशोर कोरी ने बताया कि उसने करीब 6 महीने पहले यह इंजेक्शन खून से भरा हुआ लिया था और उसे फ्रिज में रख दिया था.
6 महीने तक वह मौके का इंतजार करता रहा और आखिरकार उसे 12 मार्च को यह अवसर मिला. जैसे ही उसे मौका मिला उसने दो लोगों को इस बात के लिए ₹5000 दिए और भरे बाजार में युवती को इंजेक्शन लगवा दिया.
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