Devi Ahilya Vishwavidyalaya News: मध्य प्रदेश सहित कई जगह के छात्र एविएशन सेक्टर में करियर बनाना चाहते हैं. लेकिन अपने सपनों को साकार करने के लिए इन कोर्सेज को करने के लिए मुंबई और दिल्ली जैसे बड़े शहरों में नहीं जा सकते हैं. तो ऐसे छात्रों के लिए अच्छी खबर है. 


इन कोर्सेज से सपना होगा साकार
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAV) इस शैक्षणिक सत्र से विमानन से संबंधित डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रहा है. इसके तहत एविएशन सेक्टर में बीएससी, एविएशन मैनेजमेंट में बीबीए जैसे ग्रेजुएशन के कोर्स शुरू करने जा रहा है. 


इसके अलावा केबिन क्रू फ्लाइट डिस्पैचर के लिए चार महीने का कोर्स और एविएशन सिक्योरिटी और हवाई अड्डे के संचालन में डिप्लोमा कोर्स सहित अन्य पाठ्यक्रमों को शुरू करने की योजना है.


इसके अलावा सर्टिफिकेट कोर्स में सेफ्टी क्रू और फ्लाइट लोड कोऑर्डिनेटर, एयरपोर्ट वेयरहाउस कोऑर्डिनेटर, एयरलाइन कस्टमर सर्विस एग्जीक्यूटिव और एयरलाइन रिजर्वेशन एजेंट के लिए दो से तीन महीने के कोर्स शामिल होंगे.


डीएवीवी कुलपति ने क्या कहा? 
इस मामले में डीएवीवी की कुलपति प्रोफेसर रेणु जैन ने कहा कि सरकार ने राज्य भर के यूनिवर्सिटीज में एविएशन कोर्स शुरू करने का फैसला किया है. इसके तहत डीएवीवीवी को नोडल सेंटर बनाया गया है. 


कुलपति प्रोफेसर रेणु जैन ने बताया कि कोर्स को सफलतापूर्वक चलाने के लिए डीएवीवीवी ने एमपी फ्लाइंग क्लब के साथ हाथ मिलाया है, जो मुख्य रूप से प्रशिक्षण का काम संभालेगा.


डॉ प्रीति सिंह होंगी नोडल अधिकारी
डीएवीवीवी ने इन कोर्स को सुविधाजनक बनाने के लिए एमपी फ्लाइंग क्लब के साथ एक MOU साइन किया हैं. दोनों संस्थान शुरू में ड्रोन पायलट प्रशिक्षण सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करेंगे. 


इसके लिए यूनिवर्सिटी में थ्योरी पढ़ाई जाएगी, जबकि फ्लाइंग क्लब के विशेषज्ञ छात्रों को एविएशन सेक्टर के विशेष प्रशिक्षण में मदद करेंगे. डीएवीवीवी ने डॉ प्रीति सिंह को एविएशन कोर्स के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया है. 


'एयरलाइंस को मिलेगा प्रशिक्षित स्टाफ'
उद्योग की जरूरतों के हिसाब से कोर्स तैयार किया गए हैं. डिग्री कोर्स के छात्र तीसरे सेमेस्टर में इंटर्नशिप शुरू करेंगे. मध्य प्रदेश फ्लाइंग क्लब के सचिव मिलिंद महाजन ने कहा कि एविएशन सेक्टर में रोजगार के अवसर तेजी से बढ़े हैं. 


मिलिंद महाजन ने कहा कि नए एयरपोर्ट के खुलने से भारत में कई नई एयरलाइन कंपनियों ने उड़ानें शुरू की हैं, लेकिन उन्हें प्रशिक्षित स्टाफ नहीं मिल पाता है. जिसकी वजह से उन्हें नौकरी के इच्छुक लोगों को पहले तीन- चार महीने की ट्रेनिंग देनी पड़ती है. 


कोर्स के क्रियान्वयन के लिए समिति गठित 
एविएशन कोर्स शुरू होने से एविएशन इंडस्ट्री के लिए प्रशिक्षित स्टाफ आसानी से उपलब्ध हो सकेगा. डीएचई ने इन एविएशन कोर्स के क्रियान्वयन के लिए राज्य स्तर पर 20 सदस्यीय समिति गठित की है. 


टीम के सदस्य जल्द ही एक निजी यूनिवर्सिटी का दौरा करेंगे, जो ये पाठ्यक्रम चलाता है. जरूरत पड़ने पर उसके साथ सहयोग करेंगे. नोडल अधिकारी डॉ प्रीति सिंह ने कहा कि जरूरत पड़ने पर डीएवीवीवी उस यूनिवर्सिटी के साथ MOU भी साइन कर सकता है.


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