Indore: डीएवीवी बनायेगा इंटरनेशनल लेवल का हॉस्टल, विदेशी छात्रों को आकर्षित करने की है योजना
MP News: उच्च शिक्षा विभाग ने केंद्रीय बजट के उपयोग के लिए विश्वविद्यालयों की बैठक बुलाई थी. बैठक में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अजय वर्मा भी शामिल हुए थे.
MP News: विदेश से छात्रों को आकर्षित करने के लिए देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) इंटरनेशनल लेवल का हॉस्टल बनाने जा रहा है. रजिस्ट्रार अजय वर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-यूएसएचए) के तहत डीएवीवी को स्वीकृत केंद्रीय अनुदान से हॉस्टल का निर्माण किया जाएगा.
राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (आरयूएसए) के संशोधित संस्करण पीएम-यूएसएचए योजना के तहत विश्वविद्यालय को 20 करोड़ रुपये अनुदान की मंजूरी मिल गयी है.
इससे पहले मल्टी-डिसिप्लिनरी एजुकेशन एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी (एमईआरयू) के तहत 100 करोड़ रुपये के अनुदान के लिए आवेदन करने वाले चार राज्य संचालित विश्वविद्यालयों में से केवल डीएवीवी के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया था.
विदेशी छात्रों को आकर्षित करने का है मंसूबा
100 करोड़ रुपये के अनुदान के लिए स्वीकृत नामों में उज्जैन में विक्रम विश्वविद्यालय, भोपाल में बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय और ग्वालियर में जीवाजी विश्वविद्यालय शामिल हैं. डीएवीवी को कम्पोनेंट वन के लिए चार विश्वविद्यालयों के साथ चुना गया था, जिनमें जबलपुर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, छतरपुर में महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, रीवा में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय और शहडोल में पंडित एसएन शुक्ला विश्वविद्यालय शामिल हैं.
उच्च शिक्षा विभाग ने केंद्रीय बजट के उपयोग के लिए विश्वविद्यालयों की बैठक बुलाई थी. बैठक में शामिल हुए वर्मा ने कहा कि डीएचई की तरफ से संशोधित विस्तृत परियोजना रिपोर्ट मांगी गयी है. हम दो सप्ताह में रिपोर्ट बनाकर सौंप देंगे. विश्वविद्यालय प्रबंधन लंबे वक्त से अंतरराष्ट्रीय स्तर का छात्रावास बनाना चाहता था, लेकिन बजट की कमी के कारण ऐसा नहीं हो सका.
DAVV में बनेगा इंटरनेशनल लेवल का हॉस्टल
तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर डीपी सिंह ने पहली बार 2013 में अंतरराष्ट्रीय स्तर का छात्रावास बनाने की बात कही थी. 2017 में तत्कालीन कुलपति डॉ नरेंद्र धाकड़ ने भी कहा था कि विदेशी छात्रों को आकर्षित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय छात्रावास का निर्माण करेंगे. लेकिन उनकी घोषणा अमल में नहीं आ सकी. विश्वविद्यालय प्रबन्धन अब मौजूदा बफाना हॉस्टल को तोड़कर अंतरराष्ट्रीय स्तर की बोर्डिंग सुविधा का निर्माण करने की योजना पर काम कर रहा है.
विश्वविद्यालय के भवन निर्माण में कुल अनुदान का 15 करोड़ रुपये खर्च होगा. यूटीडी परिसर में स्कूल ऑफ डेटा साइंसेज एंड फोरकास्ट, आईटी सेंटर, सेंट्रल लाइब्रेरी और इंटरनेशनल लेवल का छात्रावास के लिए भवनों का निर्माण किया जाएगा. वहीं उपकरण पर 4 करोड़ रुपये; सुविधाएं बढ़ाने पर 1 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है. मध्यप्रदेश के राज्य सरकार संचालित संस्थान में पहली सुविधा होगी.
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