Devi Ahilya University News: देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी इंदौर में परीक्षा की गाड़ी लेटलतीफी के साथ चल रही है. छात्र परेशान हो रहे हैं, जहां एमबीए पहले सेमेस्टर का रिजल्ट जारी हुआ. रिजल्ट आने पर असंतुष्ट छात्रों ने जमकर हंगामा किया. यूनिवर्सिटी एमबीए पहले सेमेस्टर के छात्रों ने सोमवार (14 अगस्त) को आरएनटी मार्ग पर एकत्रित हुए और नारेबाजी करते हुए हंगामा किया.


मौके को देख एनएसयूआई के पदाधिकारी भी छात्रों के साथ हो लिए और एक से डेढ़ घंटा यूनिवर्सिटी में हंगामा चलता रहा. छात्रों का कहना है कि अकाउंट और अन्य विषय में फेल किया गया छात्रों का यह भी कहना है कि अकाउंट का पेपर आउट ऑफ सिलेबस था, इसलिए रिचेकिंग से भी लाभ नहीं मिलेगा. उधर सेकंड सेमेस्टर की परीक्षा का समय भी दो महीने में आ जाएगा. कुल मिलाकर छात्र अपने भविष्य को लेकर असमंजस में है.


एनएसयूआई ने किया हुड़दंग 
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर के रिजल्ट में कई बच्चे या तो फेल हुए या उन्हें एटीकेटी आई. अपने रिजल्ट से असंतुष्ट इन बच्चों ने छात्र संगठन एनएसयूआई के साथ मिलकर प्रदर्शन किया. कुलपति द्वारा प्रभावित विषयों की सैंपलिंग करने के आश्वासन के बाद भी एनएसयूआई कार्यकर्ता विश्वविद्यालय में घंटों हंगामा करते रहे.


ये अराजक कार्यकर्ता कुलपति के सामने ही जूते सहित सोफे पर चढ़ गए और सोफा भी फाड़ दिया. स्थिति ऐसी हो गई कि पुलिस बुलानी पड़ी. एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर का रिजल्ट बच्चों के मन मुताबिक नहीं आया. करीब 40 फीसदी बच्चे ही इस परीक्षा में उत्तीर्ण हुए.


छात्र छात्राएं सोफे पर जूते सहित चढ़ गए
फेल और एटीकेटी पाने वाले कई बच्चे खराब मूल्यांकन की शिकायत लेकर डीएवीवी पहुंचे. यहां उनके साथ एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया. यहां कार्यकर्ताओं ने डीवीवीवी चोर है, कुलपति डरपोक है, भ्रष्ट है जैसे नारे लगाए. प्रदर्शन की आड़ में एनएसयूआई कार्यकर्ता पूरे समय अराजकता करते रहे. कुलपति और डीएवीवी के अधिकारियों से दुर्व्यवहार के साथ ही चर्चा के दौरान नारेबाजी और हूटिंग करते नजर आए.


जब कुलपति इन छात्रों से उनकी समस्या सुन कर अपना जवाब दे रही थी तब कई छात्र छात्राएं सोफे पर जूते सहित चढ़ गए. इससे वेटिंग रूम का सोफा भी फट गया. स्थिति ऐसी अराजक हो गई कि छोटी ग्वालटोली पुलिस को बुलाना पड़ा.


बच्चों के बर्ताव पर कुलपति ने जताया दुख 
बच्चों ने कुलपति डॉ रेणु जैन को बताया कि अकाउंटिंग फॉर मैनेजर, बिजनेस एनवायरनमेंट, क्वांटिटेटिव टेक्निक और बिजनेस कम्युनिकेशन के पेपर का खराब मूल्यांकन किया गया. इसके चलते अधिकांश बच्चे इन्हीं विषयों में या तो फेल हुए या फिर उन्हें एटीकेटी आई. कई बच्चों को शून्य अंक तक मिले हैं. इस पर कुलपति ने तीन विषयों अकाउंटिंग फॉर मैनेजर, बिज़नेस एनवायरनमेंट और क्वांटिटेटिव टेक्निक के पेपर की सैंपलिंग कराने की बात कहीं.


रैंडम सैंपलिंग में जिन विषयों में खराब मूल्यांकन मिला उनका रिव्यू किया जाएगा. बच्चों के बर्ताव पर भी कुलपति ने दुख जताया. फिलहाल स्टूडेंट्स के आवेदन पर डीएवीवी ने तीन विषयों की रेंडम सेंपलिंग कराने का निर्णय लिया है. इसके आधार पर पुनर्मूल्यांकन का निर्णय लिया जाएगा.


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