Indore Crime News: मध्य प्रदेश में चल रहे हैं अवैध चाइल्ड होम पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Mohan Yadav) सख्त हैं और मुख्यमंत्री की सख्ती का असर दिखने भी लगा है. इंदौर (Indore) में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने एक अवैध बाल गृह को सील कर दिया और वहां से करीब दो दर्जन बच्चों को छुड़ाया. इन बच्चों का मेडिकल कराकर प्रशासन अब इनकी देखभाल अपनी निगरानी में करेगा.
इंदौर में शुक्रवार शाम को जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने विजय नगर क्षेत्र स्थित एक बाल गृह का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान पता चला कि वह बाल गृह बिना अनुमति चलाया जा रहा था. इसके बाद अधिकारियों द्वारा इस बाल गृह को सील कर दिया गया. दरअसल, कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर जूनी इंदौर क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ) घनश्याम धनगर के नेतृत्व में महिला और बाल विकास विभाग, शिक्षा बाल विभाग, कल्याण समिति और बाल संरक्षण की संयुक्त टीम के अधिकारियों ने शुक्रवार को विजय नगर क्षेत्र में संचालित वात्सल्यपुरम बाल आश्रम का औचक निरीक्षण किया.
इंदौर में बाल गृह किया गया सील
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि गृह में रहने वाली 25 बालिकाएं संस्था में पंजीकृत हैं, जिनकी उम्र 12 वर्ष से कम है. इनमें से पांच लड़कियां अनाथ हैं. किशोर न्याय अधिनियम की धारा 41 के तहत संस्था के पंजीकरण का कोई दस्तावेज नहीं मिला, न ही घर चलाने की कोई अनुमति दी गई थी. सुरक्षा दस्तावेज में भी कई कमियां पाई गईं. वहां कोई विश्वसनीय व्यक्ति नहीं मिला. अधिकारियों ने संस्था के सभी दस्तावेज जब्त कर लिए और सभी बच्चों को छुड़ाने के बाद उसे सील कर दिया.
बच्चों का चिकित्सीय परीक्षण कराने के बाद उन्हें राजकीय बाल आश्रम और जीवन ज्योति बालिका गृह भेज दिया गया. निरीक्षण दल में अनुविभागीय अधिकारी घनश्याम धनगर, महिला और बाल विकास परियोजना अधिकारी दिनेश मिश्रा, बाल कल्याण समिति सदस्य संगीता चौधरी, शिक्षा अधिकारी और बाल संरक्षण अधिकारी और विजयनगर थाने के पुलिसकर्मी शामिल थे.
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