MP News: जिस सर्राफा बाजार के खानपान की तारीफ हर इंसान के मुंह पर होती है, वहां अब गुंडों और कब्जाधारियों का बोलबाला है. स्थानीय व्यापारी एसोसिएशन और इसमें समाहित 13 मुख्य बाजार इन कब्जाधारियों से परेशान हैं. चाकूबाजी तक कर चुके बदमाशों की शिकायत करने के बाद पुलिस और निगम अफसरों की नींद खुली तो सही, लेकिन निगम के 'हरिराम' ने कब्जेधारियों को पुलिस की आमद की खबर पहले ही दे दी. इससे कार्रवाई व्यापारियों के मुताबिक नहीं हो सकी. अब व्यापारियों ने नगर निगम से गोपनीय कार्रवाई की मांग की है.


क्या हुआ शुक्रवार को
शुक्रवार को नगर निगम की पूरी टीम ने संसाधनों के साथ शहर के मध्य क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरान मुनादी कर अस्थाई दुकानदारों को सड़क से हटने की सख्त हिदायत दी गई. इस समस्या को लेकर शहर के मध्य क्षेत्र के 13 व्यापारिक संगठनों ने सभी जवाबदारों से मिलकर अपना समस्या बताई थी. इंदौर के मध्य क्षेत्र में स्थाई और अस्थाई दुकानदारों के बीच पिछले कुछ दिनों से विवाद गहरा गया था. इसके बाद स्थाई दुकानदारों ने सड़कों और फुटपाथ गिरकर व्यापार करने दुकानदारों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. 


पिछले एक सप्ताह में शहर के मध्य क्षेत्र के 13 प्रमुख व्यापारिक संगठन ने इस समस्या के खिलाफ निगम आयुक्त हर्षिका सिंह और यातायात विभाग की वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही महापौर पुष्यमित्र भार्गव से भी मुलाकात की थी. व्यापारिक संगठनों कि यह मुहिम अब रंग भी दिखाने लगी है. शुक्रवार को नगर निगम का रिमूवल अमला मध्य क्षेत्र के व्यापारिक क्षेत्र में पहुंचा और अस्थाई दुकानदारों को हटने की चेतावनी दी.


इस दौरान मुनादी के माध्यम से सड़क पर से कब्जे हटाने की हिदायत भी दी गई. निगम की रिमूवल टीम को देखकर क्षेत्र में हड़कंप मच गया और दुकानदारों ने सड़क और फुटपाथ पर किए गए कब्जे हटाना शुरू कर दिए. महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी सभी व्यापारियों को आश्वस्त किया था कि सड़कों पर कब्जा नहीं होने दिया जाएगा. हालांकि शहर के मध्य क्षेत्र में अस्थाई कब्जे कई बार हटाए जा चुके हैं. लेकिन हालत फिर वैसे ही बन जाती है. अब क्या वाकई में नगरपालिका निगम इस बार इस समस्या का निराकरण हमेशा के लिए कर सकेगा? यह एक बड़ा सवाल है.


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