Indore Water Crisis: इंदौर में हुई भारी बारिश के बाद अब जलजमाव की समस्या का सामना कर रहा है. इससे आमजन बेहद परेशान हैं. वहीं नगर निगम का कहना है कि हालात नियंत्रण में है. जलजमाव वाले इलाकों को चिन्हित कर व्यवस्था को बेहतर किया जा रहा है.शहर में पंपों के मरम्मत और रखरखाव के कारण पीने के पानी की आपूर्ति दो दिन तक प्रभावित रही.


थोड़ी बारिश में भी हो जाता है जमजमाव


इंदौर शहर में ही मामूली बारिश जलजमाव का कारण बन रही है. इससे लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो रहा है. रविवार तक की बारिश में शहर जलमग्न हो गया. शहर के अधिकांश इलाके जलजमाव की चपेट में आ गए. लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा. शहर के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्र के अधिकांश इलाके जल जमाव से प्रभावित रहे. ये हालत तब बने हैं जब शहर में लाड़ली बहना सम्मेलन, ग्लोबल समिट और जैसे आयोजनों के नाम पर बड़ी राशि खर्च की गई थी.


नगर निगम के जलकार्य समिति प्रभारी बबलू शर्मा का कहना है कि बारिश से पहले निगम नालों और तालाब की सफाई सहित कई काम कर चुका था, इसकी वजह से हालात नियंत्रण में हैं. जिन इलाकों में जलजमाव की शिकायतें मिल रही है, वहां पड़ताल कर शिकायतों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. 


दो दिन प्यासा रहा इंदौर 


नर्मदा प्रथम व द्वितीय चरण की पंपिंग मेन में तीन स्थानों पर थ्रस्ट को कंट्रोल करने, जीरो वेलोसिटी वाल्व स्थापित करने, फ़िल्टर प्लांट के बैक वाश सिस्टम के वाल्व सुधार, नर्मदा तृतीय चरण में विद्युत संबंधी कार्य, भंवर कुआं और खजराना चौराहे पर फ्लाईओवर के निर्माण के लिए पाइपलाइन शिफ्टिंग कार्य के लिए 22 जुलाई से से तीनों चरणों में शट डाउन लिया गया. इससे रविवार को पूरे शहर में जल आपूर्ति प्रभावित रही. वहीं तृतीय चरण के पंप क्रमबद्ध रूप से चालू किए गए. प्रथम व द्वितीय चरण का कार्य 23 जुलाई को पूरा हुआ.इसके बाद पम्प चालू किए गए. निगम अफसरों ने बताया कि सोमवार को शहर में अधिकतर स्थानों पर जल आपूर्ति सामान्य हो जाएगी. लेकिन शहर के पश्चिमी क्षेत्र में आंशिक रूप से जल आपूर्ति प्रभावित रहेगी. 


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