(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Farmers Protest: इंदौर में गेहूं का वाजिब दाम नहीं मिलने पर भड़के किसान, चक्काजाम कर किया विरोध प्रदर्शन
MP News: गेहूं की फसल गीली होने के कारण समर्थन मूल्य पर खरीदी शासन के आदेश अनुसार 4 दिन तक स्थगित कर दी गई है. 1 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रारंभ होगी.
Farmers Protest: इंदौर की लक्ष्मी बाई अनाज मंडी में मंगलवार को किसानों ने जमकर हंगामा किया. गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलने से किसान आक्रोशित थे. नाराज किसानों ने सड़कों पर उतरकर चक्काजाम कर दिया. प्रदर्शनकारी किसानों ने मंडी प्रशासन और व्यापारियों की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की.
किसान अजय सिंह राठौड़ ने बताया कि किसानों की गेहूं की खरीदी समर्थन मूल्य पर 25 मार्च से शुरू करने की मध्य प्रदेश सरकार ने घोषणा की थी. अचानक मौसम में आए परिवर्तन को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने 25 मार्च की तारीख को आगे बढ़ाकर 1 अप्रैल कर दिया. सरकार ने एलान किया कि 1 अप्रैल से मंडी में गेहूं लेकर आए किसानों के गेहूं को वर्तमान में 16 सौ से 18 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा.
अनाज मंडी में किसानों का प्रदर्शन
सरकार के एलान से किसानों का गुस्सा भड़क गया और हंगामा कर विरोध किया. अजय सिंह ने आगे बताया कि 31 मार्च को सोसाइटी में कर्ज के पैसा जमा करना है. अगर हमने 31 मार्च को कर्ज के पैसे जमा नहीं किए तो सोसाइटी की तरफ से कुर्की निकल आएगी. हमारी फसलों और जमीनों की नीलामी की जाएगी. व्यापारी और मंडी अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से कम दाम पर गेहूं खरीदी कर व्यापारियों को लाभ पहुंचाने का उद्देश्य है.
समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी ना होने से नाराज किसानों के हंगामे की खबर पर मंडी सेक्रेटरी नरेश परमार, एसडीएम मुनीश सिकरवार ने कहा कि पिछले दिनों मौसम में परिवर्तन होने के कारण हवा, आंधी बारिश और ओले गिरे थे. बेमौसम बरसात से किसानों की फसल को नुकसान हुआ था. गेहूं की फसल गीली होने के कारण समर्थन मूल्य पर खरीदी शासन के आदेश अनुसार 4 दिन तक स्थगित कर दी गई है. 1 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रारंभ होगी. अभी गेहूं अच्छा ना आने के कारण समर्थन मूल्य पर व्यापारी भी नहीं खरीद रहे हैं.
2 घंटे बाद खत्म हुआ चक्काजाम
मंडी सेक्रेटरी नरेश परमार ने बताया कि मंडी में भारी मात्रा में गेहूं की आवक पहुंच गई है. शासन की खरीदी योजना पर फिलहाल ब्रेक लगा हुआ है. उन्होंने सलाह दी कि किसानों को उचित दाम नहीं मिलने पर सौदा कैंसल कर मंडी में दूसरे व्यापारियों से भी बेचा जा सकता है. फिलहाल करीब दो घंटे चले हंगामे के बाद एसडीएम और मंडी सेक्रेटरी ने किसानों से बात कर समझाइश दी. मांग पूरी किए जाने ओर समर्थन मूल्य मिलने का आश्वासन मिलने पर किसानों ने चक्काजाम खत्म किया. उन्होंने चेतावनी दी कि समर्थन मूल्य नहीं मिलने पर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.
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