(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
G20 Summit: 'हमने दुनिया को गेहूं भेजा, लेकिन अब हमारे देश को जरूरत...', G-20 समिट में बोले CM शिवराज
Indore G20 Summit: G-20 समिट में 30 देशों से 12 संस्थान के 89 डेलीगेट शामिल हुए, जिनका मध्य प्रदेश में परंपरागत स्वागत किया गया. इस दौरान सीएम ने श्री अन्न का का भी जिक्र किया.
MP News: G-20 समिट को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि यह इंदौर के लिए गर्व का विषय है कि इंदौर में G-20 समिट का आयोजन हो रहा है. G-20 समिट की अध्यक्षता पीएम मोदी (Narendra Modi) द्वारा की जा रही है. दरअसल इंदौर में तीन दिवसीय कृषि विषय पर आधारित G-20 की बैठक की शुरुआत हो चुकी है. कृषि से जुड़ी हुई प्रदर्शनी का शुभारंभ करने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह इंदौर के लिए गर्व का विषय है कि यह बैठक यहां आयोजित की गई है.
वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह भी बताया कि G-20 समिट में 30 देशों से 12 संस्थान के 89 डेलीगेट शामिल हुए, जिनका मध्य प्रदेश में परंपरागत स्वागत किया गया. इस स्वागत से सभी डेलीगेट अभिभूत हुए. साथ ही पहले दिन सुबह मेहमानों ने हेरिटेज वॉक का भी लुत्फ उठाया.
'हमने पूरी दुनिया को भेजा गेहूं'
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में मध्य प्रदेश बहुत आगे है. एमपी के गेहूं की देश भर में मांग है. एक समय हमने दुनिया को गेहूं भेजा, लेकिन अब हमारे देश में ही गेहूं की जरूरत है, इसीलिए गेहूं का निर्यात रोक दिया. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के बासमती चावल की खुशबू दुनिया को आकर्षित करती है. एमपी ने कृषि में तकनीक का प्रयोग किया. G-20 समिट को लेकर सीएम शिवराज ने कहा कि इसमें कृषि से जुड़ी हुई समस्या पर भी चर्चा होगी. साथ ही डेलीगेट को भारत के संस्कार जानने का भी मौका मिलेगा. G-20 समिट के बाहर लगाई गई कृषि आधारित प्रदर्शनी में कृषि के स्टाल लगाए गए हैं.
सीएम शिवराज ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप मध्य प्रदेश भी मोटे अनाज को प्रमोट कर रहा है. जिन्हें पीएम मोदी ने श्री अन्न का नाम दिया. हम दुनिया को मिलेट्स की विशेषता बता रहे हैं, जैविक खेती में एमपी नंबर-1 है. साढ़े 17 लाख हेक्टेयर में जैविक खेती हो रही, इसके साथ प्राकृतिक खेती कर रहे हैं. गिद्ध बमुश्किल से मिलते हैं, हमने उन्हें भी बचा के रखा है. खाद्य सुरक्षा दुनिया की जरूरत है. मध्य प्रदेश के महुआ की मांग भी बहुत है, जिसे सरकार बढ़ावा दे रही है.