Indore Heart Attack Case: इंदौर सहित देश भर में अचानक होने वाली मौत के मामले देखे जा रहे हैं. कही लोग नाचते हुए गिर जा रहे हैं, कहीं बैठे-बैठे तो कहीं कसरत करते जिम में ही अचानक लोग गिर रहे हैं और उनकी मौत हो जा रही है. इसके कई वीडियो भी सामने आ चुके हैं. सभी मौतों के पीछे एक ही बात सामने आई है अचानक दिल की धड़कन का रुक जाना.
इंदौर में बढ़े हार्ट अटैक के मामले
दरअसल इंदौर में बीते तीन दिनों में अचानक होने वाली मौत के आंकड़े ने दिल की धड़कने बड़ा दी है, क्योंकि शहर इंदौर में ही पिछले तीन दिनों में कार्डियक अरेस्ट से 11 लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें नवजवान भी शामिल हैं जो काफी चिंता का विषय है. हैरान करने वाली बात इसमें इसमें यह भी है कि इसमें 23 से 32 वर्षीय युवा ऐसे भी थे जिनकी कार्डियेक अरेस्ट से मौत तो हुई है लेकिन इससे पहले उन्हें कोई बीमारी नहीं थी. बस सीने में दर्द हुआ और मौत हो गई.
32 वर्षीय उमेश उर्फ सोनू रहेजा की मौत
जेसे की इंदौर में ट्रैजर फैंटेसी में रहने वाले 32 वर्षीय उमेश उर्फ सोनू रहेजा की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई. शुक्रवार आधी रात उन्हें नींद में ही कार्डियक अरेस्ट आया और उनकी जान चली गई. घटना का पता परिवार को बाद में लगा. अस्पताल में उन्हें मृत घोषित किया गया. जिन्हे किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं थी.
80 वर्षीय सरोज जैन की मौत
इसी तरह न्यू पलासिया निवासी 80 वर्षीय सरोज जैन की भी कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई है. परिवार के मुताबिक 80 वर्ष की उम्र में भी वह तंदुरूस्त थी और अपना काम खुद करती थी. दो दिन पहले स्वास्थ्य खराब होने पर डॉक्टरों ने चैकअप किया और सोडियम की कमी बताई थी. जिसके उपचार के बाद घर पर सामान्य स्थिति में कार्डियेस्ट अरेस्ट आया और मौत हो गई.
55 वर्षीय नीरज जोशी की मौत
वहीं खरगोन के रहने वाले 55 वर्षीय नीरज जोशी जिनका इंदौर के गोकुलदास हॉस्पिटल में 3 जनवरी से इलाज जारी था. उन्हें कुछ समय पहले ब्रेन ट्यूमर था जिसका ऑपरेशन अहमदाबाद में हो चुका था फिर पैरालिसिस अटैक के बाद सुयश अस्पताल में एडमिट किया गया जहां इलाज के चलते उनकी मौत हो गई. इसे भी डॉक्टरों ने कार्डियक अरेस्ट ही बताया है.
23 वर्षीय ऋषि नेहलानी की मौत
इसी प्रकार 23 वर्षीय ऋषि नेहलानी की मौत का मामला काफी चौंकाने वाला सामने आया है. जिन्हें शुक्रवार सुबह 6 बजे अचानक सीने में दर्द शुरू हुआ जिसे उनके द्वारा परिजन को बताया. उसे लगा कि शायद गैस्ट्रिक पैन हो सकता है इसलिए सहज होने के लिए घर में ही टहलने लगा फिर भी दर्द कम नहीं हुआ तो वह तुरंत बाइक से पास के यूनिवर्सल अस्पताल पहुंचा. जहां डॉक्टर को दिखाया तो ब्लड प्रेशर बड़ा हुआ आया चेकअप के दौरान ही अचानक कार्डियेक अरेस्ट आया और पलंग से ही गिरकर मौत हो गई. इन्हें भी किसी प्रकार की बीमारी या व्यसन नहीं था.
वहीं अपने घर में ही टीवी देखते समय द्रविड़ नगर के एलआईसी एजेंट पंकज सुराणा की भी अचानक कार्डियेस्ट अरेस्ट आया और वो सोफे पर से गिर गए. जिन्हें उपचार के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया. उन्हें भी मृत घोषित किया गया. इसी तरह इंदौर की 80 वर्षीय मोहनलाल भागवानी निवासी की 18 जनवरी को रॉबर्ट नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मौत हो गई. उन्हें ब्लड प्रेशर, शुगर सहित अन्य बीमारियां थी.
अस्पताल में ही उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया और मौत हो गई. ऐसे ही दौलतराम मूलचंदानी (55) निवासी लाडकाना नगर की 18 जनवरी को कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई. उन्हें किडनी की भी बीमारी थी. इसी प्रकार दर्शना जैन (55), कौशल्यादेवी बजाज (75) निवासी आनंदा, बिजलपुर, कृष्णा देवी निहलानी और लखन छाबडा (55) निवासी पलसीकर कॉलोनी की भी कार्डियक अरेस्ट से मौत हो चुकी है.
क्या कहते हैं डॉक्टर?
इंदौर के मेदांता हॉस्पिटल के कार्डियोलाजिस्ट डॉ.अलकेश जैन के अनुसार ठंड के समय में इस तरह से हार्ट की बीमारियां ज्यादा देखने में आती है. ठंड के कारण बॉडी टेंपरेचर कम हो जाता है जिससे हमारे शरीर की ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती है जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. और देखा जाता है की सामान्य तौर पर लोग ठंड के समय में तंबाकू, सिगरेट, अल्कोहल का सेवन ज्यादा करते हैं. इसके साथ ही खान-पान पर ज्यादा ध्यान नहीं रखते हैं. जिससे कोलेस्ट्रॉल का लेवल काफी बढ़ जाता है और ठंड में खून भी जल्द गाढा हो जाता है.
कई बार बॉडी में हॉर्मोनल चेंजेस भी होते हैं. ठंड के कारण लोग पानी कम पीते हैं उसके डिहाइड्रेशन के साथ खून गाढा होता है. ठंड के कारण लोग एक्सरसाइज कम करते हैं. इससे बॉडी एक्टिव नहीं होती और खून गाढा होने से अटैक की आशंका बढ़ जाती है.
कार्डियोलॉजिस्ट के मुताबिक सीने के दर्द को सहजता से नहीं लेना चाहिए बल्कि तुरंत अस्पताल में जाकर डॉक्टर को बताना चाहिए. डॉक्टर ज्यादा ठंड भी बुजुर्गों के लिए ठीक नहीं बता दे हैं. क्योंकि खून जमने से हृदयाघात हो सकता है.