Indore Heat Wave: इंदौर समेत देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी का दौर जारी है. इंदौर में पिछले सात दिनों से तापमान 42 डिग्री के पार है. ऐसे में गर्मी के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं. हीट स्ट्रोक के मरीजों में तेजी से इजाफा हो रहा है. ऐसे में मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के ओपीडी में हर दिन लू की चपेट में आए 30 से अधिक मरीज आ रहे हैं.


दरअसल महाराज यशवंत राव चिकित्सालय में डॉक्टर्स हर दिन करीब सात सौ मरीज ओपीडी में देखेते हैं. बढ़ते तापमान के कारण एमवाई अस्पताल के ओपीडी में रोजाना लगभग 30 हीट स्ट्रोक के मरीज पहुंच रहे हैं. 


विशेषज्ञों के मुताबिक, इंदौर की जलवायु सामान्य है और शहर में लू के मामले कम ही देखने को मिलते हैं. हालांकि, इस साल सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में ऐसे मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. धर्मेंद्र झावर ने बताया कि मरीजों की संख्या में बीते कुछ एक दिनों में तेजी से वृद्धि हुई है. 


बढ़ रही मरीजों की संख्या
डॉक्टर ने महाराज यशवंत अस्पताल में जहां सामान्य दिनों में पांच सौ मरीज आते थे तो वही अब इनकी संख्या 700 से अधिक हो गई है. इनमें से पांच प्रतिशत उल्टी, दस्त, हीट स्ट्रोक, दस्त, घबराहट और मतली जैसी बीमारियों से जुड़े आ रहे हैं. इसके अलावा करीब 20 प्रतिशत रोगियों को वायरल बुखार, सर्दी, खांसी, गले में दर्द और शरीर में दर्द है, जबकि दो प्रतिशत वायरल हेपेटाइटिस से जूझ रहे है.


हीट वेव से ऐसे करें बचाव
वहीं इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने एक एडवाइजरी जारी की है जिसमें हीट स्ट्रोक के लक्षणों को जल्दी पहचानने के महत्व पर जोर दिया गया है. प्रमुख लक्षणों में पसीना न आना, गर्म और शुष्क त्वचा, मतली, सिरदर्द, थकान, चक्कर आना, उल्टी, बेहोशी और पुतलियों का छोटा होना शामिल हैं. 


हीट वेव के प्रभाव से निपटने के लिए लोगों को खूब पानी पीने, उपवास से बचने और शराब और कैफीन का सेवन कम से कम करने की सलाह दी गई है. इसके अलावा ठंडे पानी से नहाना, हल्के रंग के ढीले-ढाले कपड़े पहनना और बाहर जाने पर सिर को ढंकने की सलाह भी एडवाइजरी में शामिल है.


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