Indore Trafic Jam: इंदौर स्वच्छता में सात बार नंबर एक के पायदान पर बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर ग्रीन सिटी बनने के लिए विश्व रिकॉर्ड भी कायम कर चुका है, अब इंदौर का अगला लक्ष्य ट्रैफिक मैनेजमेंट को सही करना है.


दरअसल इंदौर में 12 लाख से ज्यादा गाड़ियां है, इन वाहनों के सड़कों पर उतरते ही सड़के जाम हो जाती हैं और ट्रैफिक जाम लगने लगता है. पिछले कई सालों से इंदौर में ट्रैफिक मैनेजमेंट को सुधारने की बातें तो हुई, लेकिन उसकी जमीन पर असर दिखाई नहीं दिया.


आज भी मुख्य बाजार और रिंग रोड तथा हाईवे पर भी सप्ताह के अंत में जाम लगता नजर आता है इस पूरे मामले से निपटने के लिए आईआईटी इंदौर और आईआईएम इंदौर में मिलकर ट्रैफिक मैनेजमेंट करने का प्लान बनाया है आने वाले समय में इसके सुखद नतीजे भी नजर आएंगे.


बीते 7 सालों से बना हुआ है नंबर एक
इंदौर को स्वाद की राजधानी कहा जाता है, यह कहा जाता है कि इंदौर आए तो आपको खाने-पीने के लिए हर चौक चौराहे पर कुछ न कुछ नया मिल ही जाएगा, स्वच्छता में इंदौर नंबर एक बीते 7 सालों से बना हुआ है वहीं दूसरी ओर इंदौर का नाम पर्यावरण को बचाने के लिए भी जाना जा रहा है, इंदौर में हाल ही में 12 लाख से ज्यादा पौधे केवल 24 घंटे में लगाकर यह साबित कर दिया की जो इंदौर ठान लेता है वह करके दिखाता है.


40 किलोमीटर का है इंदौर का दायरा
ट्रैफिक मैनेजमेंट की बात की जाए तो इंदौर अभी ट्रैफिक के मैनेजमेंट में थोड़ा पीछे है, इंदौर में यातायात का प्रबंध करना पुलिस और जिम्मेदारों के लिए थोड़ा मुश्किल होता जा रहा है. इंदौर का दायरा करीब 40 किलोमीटर का है और इस रेडियस में लाखों लोग रोजाना इधर से उधर होते हैं. इंदौर के आबादी 30 लाख से ज्यादा है, ऐसे में शहर बढ़ता जा रहा है और सड़के छोटी पड़ रही हैं.


ट्रैफिक जाम को लेकर IIT और IIM मिलकर 
हाल ही में इंदौर आईआईटी और इंदौर आईआईएम ने मिलकर एक पहल की है, जिसमें इंदौर के ट्रैफिक को सुधारने का काम किया जाएगा. दोनों ही शिक्षण संस्थाओं द्वारा इंदौर नगर निगम के महापौर पुष्यमित्र भार्गव से मुलाकात की गई थी. एक बैठक भी आयोजित हुई थी, इस औपचारिक चर्चा के दौरान यह भी तय किया गया कि इंदौर में ट्रैफिक मैनेजमेंट को कैसे सुधारा जाए.


जब इस बारे में बात की गई तो आईआईटी इंदौर के डायरेक्टर डॉक्टर सुहास जोशी ने एबीपी लाइव को बताया कि इंदौर में ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए आईआईटी और IIM ने पहल की है और वह इस दिशा में काम कर भी रहे हैं, जल्द ही जमीन पर परियोजनाओं को उतारकर लोगों को बिगड़े हुए ट्रैफिक से राहत दी जाएगी.


इस कारण होता है ट्रैफिक जाम
उन्होंने कहा कि पहले हम समस्या खोज रहे हैं फिर हम उसके समाधान पर जाएंगे, हमने इंदौर नगर निगम और अन्य एजेंसियों से समस्याओं को बताने को कहा है ताकि हम उसका समाधान खोज सकें. उन्होंने कहा कि इंदौर में ट्रैफिक सिग्नल पर ज्यादा समय तक कोई भी नहीं रुकना चाहता और ऐसे में ट्रैफिक जाम हो जाता है. इंदौर में सिग्नल की टाइमिंग को लेकर भी काम करने की जरूरत है, जिस पर आईआईटी इंदौर और आईजीएम इंदौर द्वारा विचार किया जा रहा है.


ये भी पढ़ें: मंत्री प्रहलाद पटेल की PRO के सुसाइड के 6 दिन बाद FIR दर्ज, पति और सास को लेकर चौंकाने वाला खुलासा