IMC Fake Pay Order Scam Upate: मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इंदौर नगर निगम घोटाले को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि कि इंदौर नगर निगम के घोटाले में पूर्व निगम कमिश्नर रहे दो अफसरों मनीष सिंह और प्रतिभा पाल की संदिग्ध भूमिका की जांच की जाएगी.
कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अगर अफसर दोषी पाए जाते हैं, तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में उन्होनें ये बात कही. दरअसल, इंदौर नगर निगम के सौ करोड़ से ज्यादा के घोटाले में नया मोड़ आया है.
मुख्य आरोपी की पत्नी ने कोर्ट में दिया ऐफिडेविट
करोड़ों के घोटाले के मास्टरमाइंड अभय राठौड़ की पत्नी ने कोर्ट में वकील के जरिए एक शपथ पत्र दाखिल किया है. इस शपथ पत्र में नगर निगम के घोटाले में अभय राठौड़ ने उसके अलावा घोटाले में पूर्व निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल और मनीष सिंह की भूमिका को संदिग्ध बताया है. आरोप लगाया गया है कि इस घोटाले में इंदौर के ये दोनों पूर्व निगमायुक्त भी दोषी हैं.
अभय राठौड़ की पत्नी ने ऐफिडेविट किया ये दावा
इंदौर नगर निगम के घोटाले में हर रोज नया खुलासा होता है. इस घोटाले का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का हो चुका ये घोटाले की चपेट में कई अफसर भी आ रहे हैं. घोटाले के मुख्य आरोपी अभय राठौड़ पर पुलिस शिकंजा कस चुकी है. दूसरी तरफ उसकी पत्नी ने बीते दिनों कोर्ट में एक एफिडेविट देकर कहानी में नया मोड़ ला दिया.
मुख्य आरोपी अभय राठौड़ की पत्नी ने ये ऐफिडेविट अपने वकील के जरिये दायर किया है. इसमें कहा गया है कि इस पूरे घोटाले में इंदौर के दो पूर्व निगम आयुक्तों की भूमिका की जांच की जाए. इनमें पूर्व निगम कमिश्नर मनीष सिंह और प्रतिभा पाल का नाम शामिल है.
'अगर दोषी पाए गए तो होगी कार्रवाई'
इस मामले में कार्रवई की लोकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं आश्वासत करना चाहता हूं कोई कितना भी प्रभावशाली आधिकारी होगा, अगर उसने भ्रष्टाचार किया है तो उस पर कार्रवाई जरुर की जाएगी. उन्होंने कहा कि घोटाले में अगर किसी भी अधिकारी की गलती पाई गई तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
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