Indore News: हाल ही में जारी हुई एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, इंदौर एयरपोर्ट दूसरे पायदान से लुढ़ककर सातवें पायदान पर आ गया है. एक तरफ जहां इंदौर शहर स्वच्छता में पिछले 7 सालों से पहले पायदान पर बना हुआ है तो वहीं अब इंदौर एयरपोर्ट के नीचे खिसकने के कारण एयरपोर्ट की चमक फीकी पड़ने लगी है. यह हम नहीं कह रहे बल्कि एसीआई सर्वे रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला?


दरअसल, एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (ACI) द्वारा हर 3 महीने में किए जाने वाले एक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है, जिसमें कहा गया है कि इंदौर एयरपोर्ट पहले के मुकाबले पीछे हो गया है. एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल हर 3 महीने में एक सर्वे करती है, इस सर्वे में पता चला है कि इंदौर एयरपोर्ट पीछे हो गया है. यह सर्वे रिपोर्ट अक्टूबर से दिसंबर 2023 के बीच की अवधि का है. उस समय इंदौर एयरपोर्ट सातवें पायदान पर था. इससे पहले की बात करें तो अप्रैल से जून 2023 की तिमाही के बीच में इंदौर नंबर एक पायदान पर बना हुआ था. एयरपोर्ट के पिछड़ने के कई कारण बताया गया है. 


रैंकिंग गिरने के लिए प्रबंधन ने बताई ये वजह
इस मामले में इंदौर एयरपोर्ट प्रबंधन का मानना है कि जिस अवधि में इंदौर एयरपोर्ट के रैंक में गिरावट आई, उस समय यहां पर निर्माण कार्य चल रहा था. निर्माण कार्य के कारण धूल बहुत ज्यादा उड़ती है और साफ सफाई पूरी तरह नहीं हो पाती है, ऐसे में जबकि निर्माण और रेनोवेशन का काम जारी हो तो संभावना है कि इंदौर एक दो रैंकिंग नीचे आ जाए. हालांकि उस समय फूड कोर्ट का काम भी चल रहा था. जिसके कारण रैंकिंग पीछे गई है. उन्होंने दावा किया कि अब एक बार फिर इंदौर एयरपोर्ट ने नंबर बनने की तैयारी कर ली है. इंदौर एयरपोर्ट की प्रभारी डायरेक्ट सुधा रंगनाथन कहती हैं कि इंदौर दूसरे स्थान से सातवें नंबर पर क्यों आया इसकी पूरी जानकारी लेकर ही कुछ कह पाएंगे.


यह भी हो सकते हैं कारण
इंदौर एयरपोर्ट पर विमानों के आने और जाने में देरी भी एक बड़ी वजह मानी जा रही है. इनमें ज्यादातर उड़ानों का डायवर्ट किया जाना भी एयरपोर्ट की रैंकिंग को कम करता है. दरअसल पिछले दिनों इंदौर में कोहरे की चादरों से ढ़का रहा, जिस समय सर्वे हुआ उस वक्त यहां पर काफी कोहरा नजर आ रहा है. इसलिए सुबह-सुबह की जो फ्लाइट थी वह डायवर्ट कर दी गई और इंदौर आने जाने वाली उड़ानें भी देरी से संचालित हुई. ये भी एक नेगेटिव कारण हो सकता है. दरअसल, जब उड़ानें देरी से जाती हैं या देरी से आती हैं तो यात्रियों को एयरपोर्ट परिसर में लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है और गंदगी भी ज्यादा होती है, सफाई भी व्यवस्थित तरीके से नहीं हो पाती है. इसलिए रैंकिंग गिरने की संभावना होती है.


10000 से अधिक यात्री रोज हैं आते-जाते
इंदौर एयरपोर्ट पर फुटफॉल की बात करें तो यहां प्रतिदिन आने जाने वाले यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है, एक वक्त था जब इंदौर में तकरीबन 5000 यात्री रोज आते जाते थे. वहीं अब ये संख्या बढ़कर प्रतिदिन 10000 से ज्यादा हो चुकी है, जबकि 10000 से ज्यादा यात्री रोज आते जाते हैं तो स्वच्छता बनाए रखना एक बड़ा चैलेंज होता है.


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