Jail Vaani-FM 18.77: इंदौर सेंट्रल जेल में रेडियो स्टेशन शुरू किया गया है. इसे 'जेल वाणी-एफएम 18.77 (Jail Vaani-FM 18.77)' नाम दिया गया है. यह रेडियो केवल जेल के अंदर ही सुना जा सकता है. इस एफएम का आरजे एक आजीवन कारावास की सजा काट रहा एक कैदी है.
इंदौर सेंट्रल जेल में जेल वाणी एफ एम 18.77 शुरू
दरअसल इंदौर सेंट्रल जेल में एक ऐसा रेडियो स्टेशन शुरू किया गया है जो कि केवल सेंट्रल जेल के परिसर में ही सुना जा सकता है. इसे नाम दिया गया है जेल वाणी एफ एम 18.77. यह नाम इसलिये दिया गया कि जेल की स्थापना 1877 में की गई थी. एफएम की शुरुआत अक्टूबर 2021 में मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगु भाई पटेल के समकक्ष ही इसे शुरू किया गया था.
इस एफएम को बंदियों द्वारा ही संचालित किया जाता है. इसमें अधिकारी और डॉक्टर भी शामिल होते हैं. इसमें काउंसलिंग का सेशन भी संचालित किया जाता है. देश-विदेश में हो रही घटनाओं की जेल बंदियों को जानकारी दी जाती है. भजन और अन्य कार्यक्रम भी किये जाते हैं. अगर कोई जेल बंदी अपनी प्रस्तुति देना चाहे तो उसे पहले अधिकारी सुनते हैं. अगर सही होता है तो फिर उसे अवसर दिया जाता है.
आजीवन कारावास का कैदी बना RJ
जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि जेलों को सुधार सुविधाओं की तरह बनाया जाए. जिसके लिए यह रेडियो जेल वाणी एफएम शुरू किया गया है. इसके माध्यम से जेल में बंद कैदी भाइयों को पता लग सकेगा कि देश-विदेश में क्या चल रहा है. वहीं जेल अधीक्षक का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले को लेकर बड़े ही संवेदनशील हैं. उनकी अनुमति के बाद ही इस रेडियो स्टेशन की शुरुआत की गई है. जेल वाणी रेडियो की शुरुआत का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य यह भी है कि कई सालों तक सजा भोग रहे ऐसे कैदियों को मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखना एक महत्वपूर्ण कदम है. अब जेलों को सुधारक के रूप में देखा जा रहा है. ऐसे में संगीत एक बड़ा माध्यम है, जिसके कारण सजा काट रहे कैदियों को जेल वाणी के माध्यम से संगीत के प्रति प्रेरित किया जा रहा है. कई और भी ऐसे कैदी हैं जो इस जेल वाणी से जुड़ रहे हैं, जो संगीत में रुचि रखते हैं. इस रेडियो स्टेशन की अहम बात यह है कि इस रेडियो स्टेशन के आरजे एक सन्तोष नामक कैदी है जो आजीवन कारावास की सजा काट रहा है.
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