MP News: इंदौर से धर्म परिवर्तन की एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां 9 साल के जैन धर्म के बच्चे को जबरदस्ती फर्जी दस्तावेज तैयार कर मुस्लिम बना दिया गया. धर्म परिवर्तन की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि मासूम बच्चे को मुस्लिम तालीम तक दी जा रही थी. उसका नाम मनन से बदल कर मन्नान अहमद रख दिया गया.


दरअसल मामला खजराना थाना क्षेत्र का है जहां फरियादी पिता ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके 9 साल के बेटे को जबरदस्ती फर्जी दस्तावेज तैयार कर मुस्लिम बनाया गया है. फरियादी ने शिकायत में लिखा कि आरोपी मुस्लिम समुदाय के युवक ने उसके बच्चे का स्कूल में एडमिशन कराया और उसे इस्लामी तालीम दी जा रही थी जहां पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपी इलियास को गिरफ्तार किया है. 


वर्ष 2014 में फरियादी की हुई थी शादी


बताया जा रहा है कि वर्ष 2014 में फरियादी मनीष का शाजापुर में रहने वाली महिला से विवाह हुआ था जिसके बाद 2015 में घर एक बेटे ने जन्म लिया जब मनीष अपनी पत्नी के साथ कार्यक्रम में शामिल होने शाजापुर आए हुए थे इसी दौरान अचानक उनकी पत्नी और बेटा रतलाम से गुम हो गए जिनकी शिकायत रतलाम पुलिस को की गई थी काफी के बाद पता चला कि पत्नी अपने पुराने प्रेमी इलियास के साथ अपने बच्चे को लेकर चली गई जहां बच्चे का जबरन धर्म परिवर्तन कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और स्कूल में एडमिशन करा दिया वहीं मामले में पुलिस ने गंभीर धाराओं प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपी इलियास को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि इलियास पूर्व में भी इस मामले में जेल में बंद था जहां न्यायालय से जमानत पर है. 


एबीपी न्यूज की टीम द्वारा बच्चे के पिता से पूरा मामला जानने की कोशिश की गई तो महेश ने अपने मासूम बेटे के धर्मांतरण मामले पर कई संगीन आरोप लगाते हुए बताया कि आरोपी इलियाश कुरैशी और उसके रिश्तेदार शाजापुर, रतलाम के आसपास धर्मांतरण के लिए गैंग चला रहे हैं.


 'सोची समझी साजिश के तहत पत्नी और बेटे का धर्मांतरण कराया'


आरोपी द्वारा सोची समझी साजिश के तहत पत्नी और बेटे का धर्मांतरण कराया गया है. बेटा 9 साल का हो गया अब जाकर उसका स्कूल में इलियाश अहमद ने कराया एडमिशन इलियास ने मुझसे कहा था तेरे बेटे को पढ़ाऊंगा नहीं बल्कि आतंकवादी बनाऊंगा. उन्होंने आरोप लगाया कि पत्नी और बेटे दोनों को आतंकवादी बनाना ही इनका असली मकसद है. उन्होंने आरोप लगाया कि बेटे की मेडिकल रिपोर्ट से प्रमाणित हुआ है उसका खतना कराया गया है.


इलियाश अहमद और उसकी गैंग धर्मांतरण का बड़ा नेटवर्क चला रही है जिसके लिए उन्हें बड़ी फंडिंग हो रही है. आरोपी पर रासुका की कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि धर्मांतरण कानून के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री का धन्यवाद करता हूं. मध्यप्रदेश के धर्मांतरण कानून से मुझे आस मिली और आज मैं इन जिहादी मानसिकता के खिलाफ लड़ाई लड़ पाया.


खजराना थाना प्रभारी दिनेश कुमार वर्मा ने दी ये बड़ी जानकारी


वहीं खजराना थाना प्रभारी दिनेश कुमार वर्मा ने बताया कि बाड़मेर के रहने वाले पीड़ित बच्चे के पिता ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी कि खजराना निवासी इलियास अहमद उनकी पत्नी और 9 साल के मासूम बच्चे को अपने साथ जबरदस्ती ले गया और बच्चे की खतना कराकर उसका धर्म परिवर्तन करा दिया है. जांच में पाया गया कि वर्ष 2014 में फरियादी मनीष का शाजापुर में रहने वाली महिला से विवाह हुआ था जिसके बाद 2015 में घर एक बेटे ने जन्म लिया जब मनीष अपनी पत्नी के साथ कार्यक्रम में शामिल होने शाजापुर आए हुए थे.


इसी दौरान अचानक उनकी पत्नी और बेटा रतलाम से गुमशुदा हो गए जिनकी शिकायत रतलाम पुलिस को की गई थी काफी के बाद पता चला कि पत्नी अपने पुराने प्रेमी इलियास के साथ अपने बच्चे को लेकर चली गई जहां बच्चे का जबरन धर्म परिवर्तन कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और स्कूल में एडमिशन करा दिया वहीं मामले में पुलिस ने गंभीर धाराओं प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपी इलियास को गिरफ्तार कर लिया है.


महिला द्वारा बताया गया कि वह पिछले 5 साल से इलियास के साथ रह रही है और उसने धर्म परिवर्तन की बात नहीं की है. जानकारी के मुताबिक आरोपी पर इसी महिला को नाबालिग अवस्था में नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म करने के मामले में पिता की शिकायत पर पाक्सो एक्ट किं धारा में सजा हुई थी जिसमें अभी हाईकोर्ट के द्वारा जमानत पर है.