Lokayukta Raid in Indore: इंदौर में लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वतखोर आरक्षक को जाल बिछाकर रंगे हाथों धर दबोचा. आरोप है कि 34वीं बटालियन में पदस्थ आरक्षक ने यूनिवर्सिटी में नौकरी लगवाने के नाम पर 8 लाख रुपए की मांग की थी. अरण्य नगर निवासी योगेश ठाकुर ने लोकायुक्त में आरक्षक ईश्वरनाथ योगी की शिकायत की थी. फरियादी से सौदा तीन किस्तों में तय हुआ था. पहली किस्त में 1 लाख 50 हजार की रकम ईश्वरनाथ योगी को दिए जाने का आश्वासन मिला था. बाकी की रकम दो किस्तों में फरियादी को देना था. शिकायत का सत्यापन किया गया है.


लोकायुक्त पुलिस के शिकंजे में रिश्वतखोर आरक्षक


शिकायत का सत्यापन कराने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार अधिनियम का मामला दर्ज किया और आज टीम ने डेढ लाख की नकदी लेते रंगे हाथों आरक्षक को धर दबोचा. लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि शिकायत का सत्यापन कराने के बाद आरक्षक को गिरफ्तार किया है और आगे की कार्यवाही की जा रही है. कोतवाली कंपनी में पदस्थ 34वीं बटालियन के आरक्षक ने पीड़ित से नौकरी लगवाने के नाम पर भारी रकम की मांग की थी लेकिन रिश्वत मांगना भारी पड़ गया.


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पहली किस्त के डेढ़ लाख रु लेते रंगे हाथों गिरफ्तार


घात लगाए लोकायुक्त पुलिस ने डेढ़ लाख की रकम आरक्षक ईश्वरनाथ योगी को धर दबोचा. रिश्वतखोरी का मामला विजय नगर थाना क्षेत्र का है. मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए लोकायुक्त लगातार कार्रवाई कर रही है. आए दिन रिश्वतखोर अधिकारी और कर्मचारी पकड़े जा रहे हैं. मगर कार्यवाही से भष्ट्राचारियों को लगता है कोई मतलब नहीं है. 


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