हॉस्टल किराये का बकाया 11 लाख देने के एवज में ली 50 हजार की रिश्वत, रंगे हाथ दो कर्मचारी गिरफ्तार
Indore News: कर्मचारियों पर 50000 रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगा है इस मामले में लोकायुक्त विभाग आगे की कार्रवाई भी कर रहा है. इंदौर के कलेक्टर कार्यालय का मामला है.
इंदौर के कलेक्टर कार्यालय में आज रिश्वतखोर कर्मचारियों पर लोकायुक्त ने छापा मारा और रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. मामले में मौके पर एक आरोपी रंगे हाथ पकड़ा गया जबकि अन्य आरोपी कर्मचारी मौके पर नहीं थे लेकिन उन पर मामला दर्ज किया गया है.
कर्मचारियों पर 50000 रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगा है इस मामले में लोकायुक्त विभाग आगे की कार्रवाई भी कर रहा है. आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला? दरअसल आज इंदौर के कलेक्टर संकुल में स्थित जनजाति विभाग में लोकायुक्त की दबिश पड़ी. जहां एक महिला सहित तीन कर्मचारियों को 50 हज़ार की रिश्वत लेते हुए आरोपी बनाया गया है.
हॉस्टल कार्य के लिए दिया था किराए पर
दरअसल लोकायुक्त को खंडवा रोड के रानी बाग मेन निवासी पीड़ित विक्रम सिंह गहलोत पिता जीएस गहलोत ने शिकायत की थी जिसमे उसने बताया था कि उसने 127, श्री कृष्णा एवेन्यू थर्ड फेज AB रोड इंदौर स्थित अपना हॉस्टल वर्ष 2015 से 2023 तक जनजातीय कार्य विभाग को हॉस्टल कार्य के लिए किराए पर दिया था. जिस पर विभाग का जूनियर कन्या छात्रावास संचालन किया जा रहा था.
पीड़ित से की जा रही थी राशि की मांग
बीते साल अप्रैल से विक्रम ने हॉस्टल विभाग से खाली करा लिया लेकिन विभाग द्वारा किराया वृद्धि का एरियर लगभग 11 लाख रुपये भुगतान होना बाकि था. जिसके लिए क्षेत्रीय संयोजक विजय जयसवाल एवं सहायक ग्रेड - 2 उमा मर्सकोले द्वारा 15% रिश्वत राशि की मांग पीड़ित से की जा रही थी.
लोकायुक्त पुलिस ने ट्रैप कर लिया रंगे हाथ
इधर पीड़ित ने लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में यह शिकायत की थी. लोकयुक्त ने जाल बिछा कर पीड़ित को रिश्वत देने को कहा. इस दौरान आरोपी विभाग का मंडल संयोजक विजय जायसवाल द्वारा पीड़ित से 50 हज़ार रुपये की रिश्वत राशि का लेनदेन तय हो गया और वह जाल में फस गया. लोकायुक्त ने आज दोपहर में आरोपी विजय जयसवाल के पास पीड़ित को भेजा लेकिन वह ऑफिस से बाहर था, पर उसने रिश्वत के पैसे ऑफिस में मौजूद सहायक ग्रेड 2 उमा मर्सकोले को देने का कहा.
जैसे ही पीड़ित ने रिश्वत के पैसे सहायक ग्रेड 2 उमा मर्सकोले को दिये वैसे ही लोकायुक्त पुलिस ने उसे रंगे हाथ ट्रैप कर लिया. आरोपी महिला कर्मचारी ने रिश्वत के पैसे लेकर अपनी शासकीय आलमारी में रख लिए थे.
आरोपी विजय कुमार जायसवाल पिता रामचन्द्र जायसवाल क्षेत्र संयोजक कार्यालय सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग इंदौर और उमा मर्सकोले पति स्वर्गीय सरदार सिंह मर्सकोले सहायक ग्रेड - 2 कार्यालय सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग इंदौर पर धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और 120 IPC के तहत मामला दर्ज किया है.
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