Indore News: टीकाकरण में सबसे अच्छा कार्य करने वाले इंदौर जिले में पिछले साल से चल रही कोरोना की दूसरी लहर से तीसरी लहर के शुरुआती चरण में संक्रमण 94 फीसदी कम देखा जा रहा है. दरअसल इन्दौर जिले में पिछले साल 25 दिसंबर से कोविड -19 संक्रमण में काफी वृद्धि देखी गई थी और 13,456 नए मामलों के मुकाबले वायरस के कारण केवल तीन मौतों की सूचना मिली थी. तीसरी लहर में जिले में मृत्यु दर अब तक 0.022% रही. स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिदिन जारी होने वाले कोरोना बुलेटिन के रिकॉर्ड के मुताबिक 26 फरवरी से 15 अप्रैल तक जिले में 24,865 संक्रमणों के लिए 90 मौतों की सूचना दी गई थी, जो 0.36% की मृत्यु दर थी.
क्या कहते हैं डॉक्टर
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डिसनिरेटरी मेडिसिन के एचओडी डॉ सालिल भार्गव के अनुसार पिछली दोनों लहर की तुलना में मृत्यु दर बहुत कम है. किसी भी बीमारी में संक्रमण के बढ़ने से गंभीर मामलों में एक साथ वृद्धि होती है. साथ ही अस्पताल में भर्ती होने की संख्या बढ़ जाती है. कोरोना महामारी में यह देखा भी गया है. तीसरी लहर में जो अधिक संक्रमित सामने आ रहे है इसकी वजह ओमिक्रोन वायरस है. इतने मरीज सामने आ रहे लेकिन जांच में ओमिक्रोन तुरन्त पहचानने में हम असमर्थ हैं.
इसबार वायरस फेफड़ों तक नहीं पहुंच पा रहा
भार्गव ने कहा, इस संक्रमण से नुकसान कम देखने को मिल रहा है जिसका कारण यह है कि यह संक्रमण फेफड़ों को प्रभावित नहीं कर रहा. पिछले साल की तुलना में इस बार संक्रमण फेफड़ों तक नही पहुंच पा रहा है. ऐसे मरीज बहुत कम संख्या में सामने आ रहे हैं इसलिए यह संक्रमण कम होने का एक प्रमुख कारण है.
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