Madhya Pradesh News: आधुनिकता के इस दौर में जहां हर हाथ में स्मार्टफोन मौजूद है जिसमें तरह तरह के मोबाइल ऐप के जरिए आमजन अपने कार्यों को आसान कर अपना कारोबार चला रहे हैं. इसी तर्ज पर अब इंदौर (Indore) शहर में मौजूद करीब 100 से ज्यादा पानी की टंकियों पर भी नर्मदा प्रोजेक्ट (Narmada Project) ऑफिस द्वारा भी मोबाइल ऐप के जरिए नजर बनाए रखने का कार्य शुरू कर दिया है.


जल टंकियों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग शुरू
दरअसल इंदौर के मूसाखेड़ी क्षेत्र के नर्मदा प्रोजेक्ट दफ्तर में पिछले साल तैयार हुए नवीन आधुनिक कंट्रोल रूम से अब स्काडा सॉफ्टवेयर के जरिए अफसरों द्वारा वर्तमान में करीब 100 से ज्यादा सभी नई पुरानी मिलाकर 105 नर्मदा जल की टंकियों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग करना शुरू कर दिया गया है. इस ऐप के जरिए अब टंकी भराने से लेकर इनके ओवरफ्लों होने तक की अफसर मूसाखेड़ी कंट्रोल रूम से ही पलपल की जानकारी लें रहें हैं.


मोबाइल ऐप के जरिए मिल रही जानकारी
इंदौर शहर में अमृत योजना के तहत तैयार की गई सभी 27 नई टंकियों को भी कंट्रोल रूम से ऑनलाइन कनेक्ट करने का काम भी से पिछले दिनों बेहद तेजी के साथ किया गया ताकि अफसरों को टंकियों के कम और ज्यादा भराने से लेकर लेबल कम ज्यादा होने तक की जानकारी एक क्लिक पर मिले. वहीं पानी वेस्टेज होने से लेकर किसी भी प्रकार के लीकेज की भी तुरंत जानकारी अब अफसरों को हाथों हाथ मोबाइल ऐप के जरिए मिल रही है जिससे समय पर सुधार कार्य भी हो रहें हैं. इससे शहरवासियों को पानी के सप्लाई में आने वाली दिक्कतों से निजात मिल सकेगी.


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वहीं मुसाखेडी स्थित इस आधुनिक कंट्रोल रूम से जोन के मुताबिक पूरे शहर की टंकियों पर नजर रखी जा रही है. रेमकी कंपनी द्वारा तैयार किए स्काडा साफ्टवेयर के जरिए मूसाखेड़ी में नर्मदा प्रोजेक्ट दफ्तर के आधुनिक कंट्रोल रूम में लगी बड़ी एलईडी स्क्रीन पर अफसरों द्वारा पूरे शहर की नई और पुरानी 100 से ज्यादा पानी की टंकियों की मॉनिटरिंग ऑनलाइन की जा रही है.


रेमकी कंपनी से जुड़े प्रभारी जफर खान बतातें हैं कि, इसके लिए इसी साल पिछले दिनों नई टंकियों पर फ्लो मीटर सहित अन्य आधुनिक उपकरण लगाने का काम किया गया था. इसके अलावा शहर में जहां भी डायरेक्ट सप्लाइ होता है वहां भी लाइनों पर फ्लो मीटर लगाए जा रहे हैं. टंकियों पर भी वाल फ्लोमीटर के साथ अन्य उपकरण का भी लगाए गए हैं ताकि अब पानी की कहीं भी बर्बादी न हो.


अधिकारी ने क्या बताया
वहीं नर्मदा प्रोजेक्ट के अधिकारी संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि, पहले टंकियों के वाल खोलने से लेकर भरने तक के काम के लिए कर्मचारियों के भरोसे रहना पड़ता था. अब कंट्रोल रूम से स्काडा सॉफ्टवेयर के जरिए टंकियों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग हो रही है. वहीं जैसे-जैसे नई टंकियां तैयार हो रही हैं इनसे पानी की सप्लाइ शुरू होते ही इनको कंट्रोल रूम से जोड़ने का काम भी हाथों हाथ किया जा रहा है. बता दें कि इससे पहले नगर निगम को कर्मचारियों के भरोसे रहना पड़ता था लेकिन अब कंट्रोल रूम से टंकियों और बड़ी लाइनों की अफसरों द्वारा ऑनलाइन निगरानी की जा रही है. 


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