Indore News: इंदौर की पुलिस ने किया एक ऐसा काम, हर कोई कर रहा है उसकी तारीफ, यहां पढिए पूरी कहानी
MP News: बुजुर्ग हार्ट अटैक आने पर जमीन पर गिरे थे. उनकी जान बचाने के लिए पुलिस ने पहले घर का दरवाजा तोड़ा, उसके बाद तुरंत डॉक्टर को बुलाकर उनका इलाज करवाया. इस वजह से बुजुर्ग की जान बच गई.
Madhya Pradesh News: पुलिस का नाम सुन आमजन को खाकी का चेहरा सख्त मिजाज का दिखाई देता है. कहते हैं कि पुलिस की दोस्ती अच्छी न दुश्मनी, क्योंकि कई बार पुलिस द्वारा ज्यादतियों की तस्वीरें सामने आती हैं लेकिन इस बार मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में खाकी की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो बिल्कुल अलग है. इसमें पुलिस का एक मानवीय चेहरा सामने आया है. इसे देखकर हर कोई पुलिस के किए गए इस काम की सराहना कर रहा है.
पुलिस ने तोड़ा घर का दरवाजा
दरअसल पलासिया क्षेत्र के सेवा दार नगर की सांवरिया पार्क बिल्डिंग के फ्लेट नम्बर 401 में रहने वाले बुजुर्ग को हार्ट अटैक आया. इसके बाद वो जमीन पर गिरे हुए थे. उनकी जान बचाने के लिए पुलिस ने पहले घर का दरवाजा तोड़ा उसके बाद तुरंत डॉक्टर को बुलाकर उनका इलाज करवाया. बुजुर्ग की जान बचाने के लिए इंदौर पुलिस की पूरे शहर में सराहना की जा रही है.
शहर में कोई नहीं है बुजुर्ग का
पृरी घटना रविवार सांवरिया पार्क बिल्डिंग की है जहां फ्लैट नंबर 401 में एक अकेले बुजुर्ग रहते हैं, जिनका शहर में कोई और नहीं है. वे खाना भी बाहर से मंगवाकर खाते हैं जिसके लिए उन्होंने टिफिन लगा रखा है. रोजाना टिफिन वाला टिफिन लेकर आता और देकर चला जाता था. लेकिन इसबार जब टिफिन वाला टिफिन लेकर उनके फ्लैट पर आया और बुजुर्ग द्वारा कुछ देर तक दरवाजा नहीं खोला गया तो उसने इसकी जानकरी बिल्डिंग के निवासियों को दी. उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को सूचना दी.
तत्काल कराया गया इलाज
सूचना मिलने के बाद पलासिया थाना प्रभारी संजय सिंह बेस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रधान आरक्षक भागचंद, बीट आरक्षक श्रवण और आरक्षक नंदलाल को घटनास्थल पर पहुंचने की सूचना दी. प्रधान आरक्षक और आरक्षक तत्परता दिखाते हुए घटनास्थल पर पहुंचे और बिल्डिंग के निवासियों के सामने फ्लैट का दरवाजा तोड़ा. अंदर बुजुर्ग बेहोशी की हालत में जमीन पर पड़े हुए थे. बुजुर्ग की हालत को देखकर तत्काल डॉक्टर को बुलाकर उसका इलाज कराया गया. वहीं डॉक्टर ने बताया कि बुजुर्ग को अटैक आया था जिससे वे बेहोश हो गए थे.
जा सकती थी जान भी
फिलहाल डॉक्टर द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है. अगर समय रहते पुलिस घटना स्थल पर नहीं पहुंचती तो शायद बुजुर्ग की जान भी जा सकती थी. प्रधान आरक्षक भागचंद, बीट आरक्षक श्रवण और नंदलाल की इस सहराहनीय कार्य की पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों सहित सभी जगह सराहना की जा रही है.