(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP News: इंदौर के एक युवा ने 1100 ग्राम पीतल की बुकलेट पर उकेरा G-20 का घोषणा पत्र, PM मोदी को करेंगे भेंट
Indore News: इंदौर में ब्रास की एक बुकलेट तैयार की गई है. इस बुकलेट में हर पेज पर लेजर के माध्यम से प्रिंट किया गया है. प्रिंट किए गए सभी पेज अंग्रेजी भाषा में हैं. किताब का वजन 1100 ग्राम है.
Indore News: इंदौर (Indore) में ब्रास की एक बुकलेट तैयार की गई है जो अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) तक पहुंचाई जाने की तैयारी की जा रही है. दरअसल इंदौर के एक युवा ने हाल ही में सम्पन्न हुई जी-20 (G-20 Summit) समिट की घोषणाओं को एक पीतल की पुस्तक पर लेजर की सहायता से उकेरा है. ये घोषणाएं 40 पेजों पर उकेरी गईं हैं. जी20 के बाद भारत का दुनियाभर में मान बढ़ा है. इसी भावना को पीएम मोदी तक पहुंचाने के मकसद से ये बुकलेट तैयार की गई है. पीएम मोदी अकेले भारत के प्रधानमंत्री नहीं हैं बल्कि वे वैश्विक नेता हैं.
इस भाव को प्रकट करने के मकसद से इंदौर के युवा और अधिवक्ता लोकेश मंगल ने एक बुकलेट तैयार की. इस बुकलेट में जी-20 की घोषणाओं में दर्शायी गई मजबूती, संतुलन और समावेशी विकास का भाव झलकता है. लोकेश मंगल मल्हारगंज के निवासी हैं. लोकेश के मुताबिक भारत की अध्यक्षता में G-20 समिट से विश्व को नई राह मिली है. इसमें की गई घोषणाओं में मजबूत, संतुलित और समावेशी विकास का आधार है. इससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय संस्थानों में सुधार, वैश्विक ऋण कमजोरियों का प्रबंधन, तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा, डिजिटल अर्थव्यवस्था में सुरक्षा, आर्टफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग सहित अन्य कई बिंदु हैं, जिससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुधार होगा.
#G20SummitDelhi की घोषणा की पीतल की प्रति तैयार की गई, जिसका वजन 1100 ग्राम है, इसमें कुल 20 पृष्ठ है। इस किताब को 2.30 घंटे में लेजर से प्रिंट किया गया। भारत की G20 अध्यक्षता में विश्व को नई राह मिली। जिसके चलते यह पीतल की 1100 ग्राम book @narendramodi को भेंट की जाएगी। pic.twitter.com/MLUConr3G2
— Umesh_Bhardwaj_ABP NEWS (@umeshindore) September 18, 2023
पीतल की बुकलेट के बारे में
यह बुकलेट इंदौर में ही तैयार की गई है. इस बुकलेट में हर पेज पर लेजर के माध्यम से प्रिंट किया गया है. प्रिंट किए गए सभी पेज अंग्रेजी भाषा में हैं. किताब का वजन 1100 ग्राम है और इसमें कुल 20 पेज हैं. बुकलेट का पहला और आखिरी पेज ग्लाइंडर से काटकर तैयार किया गया है. बाकी पेजों को हाथों से काटा गया है. इस किताब को तीन घंटे में प्रिंट किया गया, जबकि इस किताब पूरी तैयार करने में आठ घंटे लगे.
इसकी लागत 850 रुपये आई है. इसके पूर्व लोकेश 98 पेजों की चार फीट लम्बी और 57 किलो वजनी पीतल की एक बुकलेट तैयार कर चुके हैं. इसमें संयुक्त राष्ट्र के 193 देशों के संविधान का कुछ न कुछ हिस्सा है. यह बुलकेट भी पीतल पर चित्रों को उकेर कर बनाई गई थी. इसका नाम ‘संविधान से देश’ रखा गया था.