Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में डबल मर्डर की सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जहां एक सिरफिरे बेटे ने अपने पिता और बहन को मौत के घाट उतार दिया. जानकारी के अनुसार, हत्यारा बेटा मानसिक रोगी है और उसका कुछ दिनों से इलाज भी चल रहा था. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.


दरअसल, घटना की जानकारी 36 घंटों बाद तब हुई जब अपने पिता और बहन की खोज में निकली दूसरी बेटी क्षमा ने पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज करवाई. मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने पहले आसपास खोजबीन शुरू की, उसके बाद कमरे का ताला तोड़ा. वहीं जैसे ही घर का मुख्य दरवाजा तोड़ा गया पुलिस की आंखें फटी की फटी रह गईं. पुलिस ने देखा कि, अंदर एक कमरे में खून से लथपथ दो लाशें पड़ी हुई थी और दोनों के चेहरों पर एक चादर डाली गई थी. पुलिस को समझने में जरा भी देर नहीं लगी कि, मामला हत्या का है. 


कमरे में ही पड़ी थी लाश


इस मामले में संयोगितागंज थाना प्रभारी विजय तिवारी ने बताया कि, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के रिटायर्ड कर्मचारी और 76 वर्षीय किशोर धामंडेय और रमा अरोरा, जिनकी उम्र 53 साल है. दोनों के 36 घंटे पुराने शव एक फ्लैट में मिले हैं. शुरुआती जांच में पता चला है कि, ये हत्या उसके ही 43 वर्षीय बेटे पुलिन द्वारा सिर पर वार करके की गई है. पुलिस ने बताया कि, हत्यारा बेटा पुलिन अपने पिता किशोर के साथ ही रहता था, जबकि उनकी बहन क्षमा खातीवाला टैंक निवासी हैं. क्षमा रविवार को अपने पिता से मिलने गई थी और नीचे गार्ड ने उन्हें बताया कि, पिता और बहन ऑटो से कहीं गए हैं. इस वजह से उसे लगा कि, वह अस्पताल गए होंगे और वह निश्चित हो गई, लेकिन जब काफी देर तक उनका पता नहीं चला तो क्षमा ने मामले की शिकायत पुलिस थाने में की. 


आरोपी को ऐसी बीमारी थी, जिससे सब उसको दुश्मन लगते थे


इसके बाद पुलिस ने छानबीन के बाद फ्लैट का दरवाजा तोड़ा और अंदर देखा तो कमरे में पिता और बहन की लाश पड़ी हुई थी. आरोपी ने दोनों लाशों को चादर से ढक दिया था. बताया जा रहा है कि, हत्या अलग-अलग कमरों में की गई थी. पुलिस ने बताया कि, आरोपी पुलिन सीजोफ्रेनिया नामक बीमारी से ग्रसित है. इस बीमारी में व्यक्ति को यह भ्रम होता है कि, हर कोई उसका दुश्मन हैं. नवलखा के वसुधैव कुटुम्बकम अपार्टमेंट में रहने वाले रिटायर्ड बैंक अफसर की हत्या के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है. इधर बताया जा रहा है कि, सिजोफ्रेनिया से ग्रसित पुलिन लोगों के सामने आने पर अपना चेहरा अखबार या किसी भी दूसरी चीज से छुपा लेता था, ताकि लोग उसे देख न सकें.


पुलिन काफी आक्रामक भी था और उसके व्यवहार से उसकी मां भी परेशान थी. इस वजह से वह सिलिकॉन सिटी में अब अलग रहने लगी थी. पुलिन पहले भी अपने पिता पर हमला कर चुका है. परिजनों का कहना था कि, वह पिछले कुछ दिनों से ज्यादा परेशान कर रहा था और कुछ महीने पहले ही रिहैब सेंटर से वापस आया था. पोल ने इन दिनों दवाई खाना बंद कर दिया था, जिसकी वजह से उसकी हालत और खराब हो रही थी.



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