Indore-Manmad Railway Line Project: केंद्र सरकार ने इंदौर और मनमाड के बीच नई रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दे दी है. इससे मध्य प्रदेश के कई शहरों को काफी लाभ पहुंचने वाला है. इस रेल लाइन से मध्य प्रदेश और मुंबई के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी. रेल के जरिए होने वाले व्यापार से भी फायदा पहुंचेगा.


रेल इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार की ओर से इंदौर और मनमाड के बीच नई रेल लाइन को मंजूरी दे दी गई है. इससे रेल यात्रियों और व्यापारियों को काफी लाभ पहुंचाने वाला है. मनमाड नई रेल लाइन के निर्माण से मुंबई से मध्य प्रदेश तक सफर करने वाले यात्रियों के लिए यह सबसे छोटा रेल मार्ग रहेगा.


रतलाम मंडल के डीआरएम के मुताबिक, मुंबई से इंदौर के बीच सबसे कम दूरी की कनेक्टिविटी इसी नई परियोजना के जरिए मिलने वाली है. इससे भगवान महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग सहित उज्जैन, इंदौर के अन्य धार्मिक स्थलों की कनेक्टिविटी भी काफी सुगम हो जाएगी.


व्यापार के क्षेत्र में यह मिलेगा फायदा
इंदौर और मनमाड के बीच नई रेल लाइन परियोजना से कृषि उत्पाद, उर्वरक, आयरन, स्टील, सीमेंट, दूध सहित अन्य माल ढुलाई में सुगमता आ जाएगी. इसका अतिरिक्त भाड़ा भी थोड़ा कम हो जाएगा. उम्मीद की जा रही है कि प्रतिवर्ष 26 मिलियन टन अतिरिक्त सामान की ढुलाई होगी. डीजल की खपत और कार्बन उत्सर्जन में भी मार्ग छोटा होने से कमी आएगी. इससे रेलवे का खर्च भी बचेगा.


18000 करोड़ खर्च करेगी सरकार
वर्तमान में इंदौर से मुंबई जाने वाली ट्रेन गुजरात होकर जाती है. इस परियोजना के जरिए मध्य प्रदेश के निमाड़ क्षेत्र के लोगों को भी फायदा होगा. इस परियोजना पर सरकार 18000 करोड़ रुपये खर्च करेगी. यह रेल लाइन 309 किलोमीटर लंबी है. वर्तमान में इंदौर से मुंबई के बीच 650 किलोमीटर की दूरी है जो कि घटकर 100 किलोमीटर कम हो जाएगी. इस परियोजना के जरिए महाराष्ट्र में काम शुरू हो गया है.


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