MP Latest News: मध्य प्रदेश और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में नगर निगम में सरकार बनने के बावजूद कुछ ऐसे काम रोक दिए गए हैं जो अब निगम की प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है. दरअसल, मध्य प्रदेश के दूसरे और इंदौर के पहले दिव्यांग पार्क को तैयार करने में निगम अधिकारियों द्वारा कोई रुचि नहीं दिखाई जा रही है. इसी का परिणाम है शहर में अन्य पार्कों में तेजी से काम हो रहा है लेकिन दिव्यांग पार्क का काम नहीं पूरा नहीं हो पाया है. 


इंदौर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 2 के वार्ड 22 के संत रविदास नगर में पार्क बनाया जाना था. जिसके लिए बकायदा निगम को 85 लाख से ज्यादा खर्च कर पूरा गार्डन बनाकर तैयार करवाना था. लेकिन मंजूरी के बाद भी अब तक काम पूरा नहीं हो पाया है जिसके बाद निगम की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि एक तरफ तो निगम के जनप्रतिनिधियों द्वारा तो दिव्यांगजनों के विकास को लेकर बड़ी बातें की जाती है वहीं निगम के अधिकारी अब उनकी ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.


दिव्यांगजनों के पार्क के लिए 85 लाख है बजट


संत रविदास नगर में दो साल पहले शुरू हुए काम में अब तक केवल अतिक्रमण हटाने और बाउंड्रीवाल बनाने का ही काम पूरा हो सका है जबकि 85 लाख की लागत से बनने वाले दिव्यांगजनों के पार्क में अब तक काम पूरा हो जाना था. जहां दिव्यांगजनों के लिये सायकिल ट्रेक बनाया जाने के अलावा व्यायाम सहित अन्य सुविधाओं के लिहाज से पार्क का निर्माण होना था और वहीं आमजन और वृद्ध लोगों के लिये ट्रेकिंग और व्यायाम के आधुनिक मशीनें लगाई जानी थी.


बता दें कि गार्डन बनाने के प्रोजेक्ट के साथ ही यहां बगीचे और बॉलीबाल कोर्ट भी बनाने की प्लानिंग हैं. योजना के तहत यहां बगीचे में आने वालों के लिए शानदार बैठक व्यवस्था होना है.


वहीं बगीचे में हरियाली और गॉर्डन में चारों और ग्रीनरी और हरियाली करने की भी प्लानिंग है. लेकिन अफसरों की लापरवाही के चलते अब तक काम नहीं पूरा हो सका है. ऐसे में निगम प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं और जिम्मेदार इस मामले में न तो जबाव देने को तैयार है और ना ही जबावदेही लेने को.


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