MP News: देश के सबसे साफ शहर इंदौर में कचरा वाहनों की हालत खस्ता, नगर निगम दे रहा ये दुहाई
Indore Municipal Corporation: देश के साफ सुथरा शहरों में शुमार इंदौर के नगर निगम की हालत खस्ता है. शहर से कूड़ा उठाने गार्बेज ट्रकों के खराब होने पर रोजाना उन्हें टोइंग वैन से टो करना पड़ रहा है
Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर नगर निगम (Indore Municipal Corporation) के पास इस समय तकरीबन 600 डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन व्हीकल्स (Door to Door Garbage Collection Vehicles) हैं. इन गार्बेज ट्रकों से शहर के 85 वार्ड से सभी घरों से कचरा उठाया जाता है. इनमें ले अधिकांश गार्बेज ट्रकों की हालत खस्ता है. आलम ये है कि ज्यादातर अक्सर खराब हो जाते हैं जिन्हें टोइंग वाहनों से टो करके ले जाना पड़ता है.
देश के सबसे साफ सुथरे शहरों में शुमार इंदौर के कचरा वाहनों की हालत खुद कचरे जैसी है. इंदौर नगर निगम के कबाड़ में लगातार ऐसे वाहनों की संख्या बढ़ रही है, जो लगातार खराब हो रहे हैं. नगर निगम हर बार बजट की दुहाई देता है लेकिन, डीजल वाहनों से निकलने वाला धुंआ और उससे होने वाली परेशानी को जिम्मेदार आंख मूंदकर हामी भी दे रहे हैं. निगम का दावा है कि ज्यादातर वाहनों को बैट्री ऑपरेटेड कर दिया गया है, लेकिन अभी भी कई ऐसे वार्ड हैं जहां ये कबाड़ हो चुके कचरा वाहन ही चल रहे हैं.
15 से 17 करोड़ का चाहिए बजट
बताया जा रहा है कि इन वाहनों को चलाने के लिए इंदौर नगर निगम को करीब 15 से 17 करोड़ के बजट की जरूरत है. जिससे इन पुराने वाहनों को नए से बदला जा सकेगा. लेकिन बजट ना होने का हवाला देकर हर बार ये कहानी गढ़ दी जाती है कि जल्द ही इन वाहनों को रिप्लेस किया जाएगा.
क्या है इंदौर नगर निगम की स्थिति
- इंदौर नगर निगम में 85 वार्ड हैं.
- इंदौर नगर निगम सीमा में 19 जोन हैं.
- इंदौर नगर निगम में 255 दारोगा और सहायक दारोगा हैं.
- इंदौर नगर निगम में 75 सीएसआइ और सहायक सीएसआइ हैं.
- इंदौर नगर निगम में 7200 से ज्यादा सफाईकर्मी हैं.
- इंदौर नगर निगम में 550 डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन हैं.
- इंदौर शहर में 10 गारबेज ट्रांसफर स्टेशन हैं.
- इंदौर शहर में 1100 टन कचरा रोज निकलता है.
- इंदौर शहर में 600 टन गीला कचरा प्रतिदिन निकलता है.
- इंदौर शहर में प्रतिदिन 500 टन सूखा कचरा निकलता है.
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