Indore News Today: इंदौर नगर निगम ने दिव्यागों को रोजगार देने की तरफ एक बड़ा कदम उठाया है. इंदौर नगर निगम की महापौर परिषद ने 300 से अधिक दिव्यांगों को नौकरियों में नियुक्ति देने का फैसला किया है. 


इसके अलावा नगर निगम ने 3 हजार से अधिक मस्टर कर्मचारियों के नियमितीकरण को भी मंजूरी दी है. एमआईसी की बैठक के बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने मीडिया को बताया कि एमआईसी की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं.


बैठक को लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव कहा कि आजकी बैठक में बुनियादी ढांचे और सार्वजनिक सेवाओं को बढ़ाने के लिए मंजूरी दी गई. उन्होंने कहा कि हमने निगम के भीतर अलग-अलग पदों पर 300 से अधिक दिव्यांगों को नियुक्त करने का निर्णय लिया है.


3 हजार पदों नियमितीकरण का रास्ता साफ
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया है कि जिससे नगरपालिका रोजगार में समानता पर जोर दिया जा सके. उन्होंने कहा, "इसके अलावा 3 हजार से अधिक मस्टर कर्मचारियों को नियमित किया जाना तय है. अगले सात दिनों में दावे और आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी."


बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट को मंजूरी दी गई. इसके अतिरिक्त अमृत 2.0 परियोजना के तहत जल्द ही पीपीपी मॉडल के तहत सिरपुर, बिलावली, लिंबोदी तालाबों के लिए निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी. 


इन विकास कार्यों को मिली मंजूरी
नगर निगम के जोन क्रमांक-2 के अंतर्गत राजमोहल्ला ओवरहेड टैंक से पंचमूर्ति नगर और हरिओम नगर तक 400 मिमी व्यास की डीआई, 315 मिमी व्यास की एचडीपीई, 250 मिमी व्यास की एचडीपीई सहित नई पाइप लाइन बिछाने और इंटरकनेक्शन के कार्य को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई.


नगर निगम परिषद ने नई टाउन प्लानिंग स्कीम के लिए शासन के प्रस्ताव प्रस्तुत करने पर भी चर्चा की. महापौर भार्गव ने सिटी लाइब्रेरी की स्थापना और शासकीय बोरिंग का व्यापक सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए. नवनिर्मित हाथीपाला पुल का नाम श्री बजरंग सेतु रखने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई.


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