(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
इंदौर नगर निगम अब Whatsapp के जरिए भेजेगा टैक्स की सूचना, 5 लाख करदाताओं को पहुंचेगा मैसेज
Indore Municipal Corporation News: इंदौर नगर निगम अब वाट्सएप नंबरों के जरिए करदाताओं को कर जमा करवाने की सूचना भेजेगा. इसके साथ कर जमाने करवाने वालों का भी धन्यवाद करेगा.
Tax Information Through Whatsapp Message: इंदौर नगर निगम की तरफ से एक बड़ी पहल की जा रही है. दरअसल, अब नगर निगम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को कर जमा करवाने के लिए सूचना देगा. इसके साथ ही जमा करने वालों को धन्यवाद भी देगा. इसके लिए करदाताओं के वाट्सएप नंबरों का डेटा जुटाया जाएगा. इसके बाद जॉन और वार्ड के अनुसार मैपिंग की जाएगी. फिर प्रत्येक करदाता के वाट्सएप नंबर पर बकाया कर की डिटेल आएगी, जिसमें संपत्तिकर, जल कर और कचरा शुल्क की जानकारी होगी.
सोशल मीडिया का उपयोग करने की योजना
सोशल मीडिया के इस दौर में निगम लगभग अपने बल्क एसएमएस का उपयोग करेगा, इसके बाद सोशल मीडिया का उपयोग भी करने की योजना बना रहा है. इसके लिए करदाताओं का डेटा बेस तैयार किया जाएगा. इस सिस्टम के तहत निगम में टैक्स जमा होने के बाद करदाता के मोबाइल नंबर पर तत्काल धन्यवाद के साथ डिटेल पहुंचेगी, वहीं बकायादारों को एसएमएस के माध्यम से बताया जाएगा कि उन्हें टैक्स जमा करना है. इस अलर्ट मैसेज के माध्यम से करदाताओं को पता चलेगा कि निगम का टैक्स समय पर जमा करना है.
सफलतापूर्वक काम कर रहा है ये सिस्टम
वर्तमान में आईडीए अपनी सेवाओं के लिए एसएमएस का उपयोग कर रहा है. कोई भी आवेदन पर आवेदक के पास इनवर्ट नंबर का मैसेज आता है, काम पूरा होने या प्रोसेस में रहने पर जानकारी भी दी जाती है. वहीं बिजली कंपनी वाट्सएस चैट पर बिजली बिल पहुंचा रही है. यह सिस्टम सफलतापूर्वक काम कर रहा है.
निगमायुक्त शिवम वर्मा ने मीडिया को बताया कि शुरुआत में नगर निगम साढ़े 5 लाख करदाताओं तक पहुंचेगा. इस तरह की पहल प्रदेश के अन्य नगरीय निकाय भी कर रहे हैं, जिससे कुछ मिनटों में हजारों करदाताओं तक टैक्स भुगतान के लिए तकादा किया जा सकता है.
आसान होगी पहुंच
निगमायुक्त शिवम वर्मा ने बताया कि वर्तमान में सोशल मीडिया का उपयोग प्रत्येक नागरिक प्रभावी ढंग से कर रहा है. संदेश आसानी से लोगों तक पहुंच जाता है, इसलिए भविष्य में निगम वाट्सएप चैट का उपयोग करने पर विचार कर रहा है.शहर के प्रत्येक करदाता के पास एक ही समय में बिल कलेक्टर नहीं पहुंच सकता, इसलिए एसएमएस अलर्ट से बकायाकरों को कर जमा करने के लिए तकादा लगाया जा सकता है.
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