इंदौर शहर में पिछले दिनों गोली चलाकर दो लोगों को मौत के घाट उतारने वाले आरोपी सिक्यूरिटी गार्ड राजपाल सिंह के मकान को शुक्रवार को गिरा दिया गया. आरोपी सुरक्षाकर्मी ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से दो लोगों की हत्या की थी.
इंदौर में कुत्तों के विवाद में गोली चलाने वाले बैंक सुरक्षाकर्मी राजपाल सिंह के मकान पर शुक्रवार को बुलडोजर की कार्रवाई की गई. इंदौर नगर निगम और इंदौर प्रशासन तथा पुलिस के अफसरों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. इस दौरान करणी सेना के कुछ पदाधिकारियों ने आकर कार्रवाई को रूकवाना चाहा लेकिन लेकिन थोड़ी देर के विवाद के बाद अतंतः आरोपी सुरक्षाकर्मी के मकान को ध्वस्त कर दिया गया.
क्या है पूरा मामला?
इंदौर में कुत्ता टहलाने की बात पर दो पक्षों में विवाद हो गया था. इस विवाद के बीच दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. गोली चलने की घटना में एक महिला की आंखें भी खराब हो गई.थी. बताया जा रहा है कि खूनी संघर्ष में महिला के साथ करीब पांच लोग घायल भी हुए थे. इनमें चार महिलाएं और एक युवक शामिल था. कृष्णबाग कॉलोनी के सेक्टर बी में एक सुरक्षा गार्ड राजपाल सिंह राजावत और उसका परिवार निवासरत है.
राजावत इंदौर में ही बैंक ऑफ बड़ौदा में सुरक्षा गार्ड के तौर पर तैनात हैं. उसके पास लाइसेंसी बारह बोर की बंदूक भी है. राजावत के पास एक पालतू कुत्ता भी है. गुरुवार रात राजपाल अपने कुत्ते को टहलाने निकला था. राजावत के घर के समीप ही एक अन्य युवक विमल आमेचा भी रहता है. कुत्ता काट न ले इस डर से विमल ने राजावत के कुत्ते को पत्थर मारकर भगाना चाहा.
पत्थर मारने पर राजावत नाराज हो गया. वह डराने के मकसद से अपने घर से लाइसेंसी बंदूक ले आया. राजावत ने पहले तो हवाई फायर किए लेकिन इस बीच उसने सीधे सीधे गोलियां दागनी शुरू कर दीं. इस हमले में विमल आमेचा सहित राहुल वर्मा, प्रमोद आमेचा, सीमा, ज्योति, ललित, कमला और मोहित घायल हो गए. इस विवाद में विमल और राहुल गंभीर घायल हुए थे. दोनों की इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. वहीं बाकी लोग बंदूक के छर्रे लगने से घायल हुए.