Indore Nagar Nigam Budget 2024: मध्य प्रदेश के इंदौर नगर निगम के आठ हजार करोड़ रुपये के बजट पर आज बुधवार (31 जुलाई) को बहस होगी. इससे पहले मंगलवार को नगर निगम में कांग्रेसी पार्षदों को निलंबित कर दिया गया था, तो आज कांग्रेस के पार्षदों ने विरोध करने का मन बनाया है. ऐसे में यहां कांग्रेस के पार्षद टैक्स और भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाएंगे.
दरअसल, मंगलवार को नगर निगम में बजट सत्र के दौरान हंगामा करने के आरोप में सभापति ने कांग्रेस के पार्षदों को एक दिन के लिए निष्कासित कर दिया था. पार्षदों के निष्कासन के बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने 8000 करोड़ रुपये वाला बजट नगर निगम कार्य परिषद हॉल में पेश किया. इस पर आज बहस होगी.
इस मामले में विपक्ष ने एक विशेष रणनीति के तहत विरोध करने की योजना बनाई है, जिसमें पार्षदों को यह बताया गया कि उन्हें भ्रष्टाचार और जनता से जुड़े मुद्दे उठाने के लिए क्या करना है. कांग्रेस ने यह भी योजना बनाई है कि दो साल पहले इंदौर नगर निगम में 650 करोड़ से ज्यादा का बजट पेश किया गया था, जिसका हिसाब मांगा जाएगा.
कांग्रेस इन मुद्दों को सदन में उठाएगी
नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौक ने कल काफी देर तक कांग्रेस के पार्षदों को अपने केबिन में बैठाकर हर मुद्दे पर तर्क के साथ मजबूती से बात रखने की बात समझाइ. उन्होंने बताया कि कई सारे ऐसे मुद्दे हैं जिस पर इंदौर नगर निगम का घेराव किया जाएगा. मुख्य तौर पर यह भी बात रखी जाएगी कि सफाई में कोई टैक्स नहीं बढ़ाया गया है, लेकिन संपत्ति टैक्स और जल टैक्स से लोगों को परेशान किया जा रहा है.
कांग्रेस का आरोप है कि महीने में 20 दिन पानी आता है और वह भी गंदा पानी लोगों को मिल रहा है. ऐसे में वॉटर टैक्स बढ़ाना ठीक नहीं है. नगर निगम ने अपनी आय बढ़ाने के लिए लोगों पर आर्थिक बोझ डाल दिया है जो कि गलत है. वहीं कांग्रेस का दावा है कि इस मामले का बीजेपी के भी कई नेता विरोध कर रहे हैं.
वहीं सड़कों को लेकर भी कांग्रेस अपनी बात आज सदन में रखेगी, जहां सीजन के बारिश के पहले ही इंदौर में लोग जल जमाव और गंदगी से परेशान हो रहे हैं. इंदौर नगर निगम में हुए 100 करोड़ से ज्यादा के फर्जी बिल घोटाले और 174 फाइलें जो गायब हो गई हैं उनका मुद्दा भी उठाया जाएगा. वहीं, ठेकेदारों को लंबे समय से भुगतान नहीं होने का कारण जो काम अटके हैं, उन पर भी सवाल किया जाएगा.