MP News: इंदौर नगर निगम (Indore Nagar Nigam) ने शहर को रेबीज मुक्त करने की पहल शुरू की है. 14 अप्रैल से सभी आवारा और पालतू कुत्तों के लिए एंटी रेबीज टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा. आवारा कुत्तों ने लोगों का जीना हराम कर दिया है. कुत्तों की आबादी में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. डॉग बाइट यानी कुत्ते के काटने से रेबीज बीमारी हो सकती है. इंदौर में एक अनुमान के मुताबिक लगभग एक हजार मामले रोजाना सामने आ रहे हैं. शहर को रेबीज मुक्त शहर बनाने और डॉग बाइट से मुक्ति दिलाने के लिए बुद्ध नगर क्षेत्र में अभियान चलाया गया.


 रेबीज मुक्त करने की पहल


अभियान के दौरान लोगों को डॉग बाइट से बचने और उपचार की जानकारी दी गयी. एनजीओ बेसिक्स के प्रतिनिधियों ने डॉग बाइट की रोकथाम और बचाव पर लोगों को जागरूक किया. रहवासियों से कहा गया कि बच्चों को गार्डन में या अकेले ना घूमने दिया जाए. रहवासियों को बताया गया कि रेबीज नामक बीमारी कुत्ते के काटने से होती है. वैक्सीनेशन की मदद से रेबीज की रोकथाम की जा सकती है. एनजीओ बेसिक्स के प्रतिनिधियों ने घर-घर जाकर और सार्वजनिक स्थानों पर रेबीज टीकाकरण के संबंध में जानकारी दी.


6000 कुत्तों की नसबंदी का लक्ष्य


मेयर ने कहा कि नगर निगम ने अब तक 2 लाख से अधिक कुत्तों की नसबंदी की है. इस वर्ष के अंत तक 6000 कुत्तों की नसबंदी का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि श्वान नियम-2021 नगर निकायों को नसबंदी के अलावा अन्य कार्रवाई करने से रोकता है. डॉग्स से संबधित नियम सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद बनाए गए थे. हालांकि, आदेश की समीक्षा के लिए एक याचिका दायर की गई है.


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