इंदौर आस्था का नया केंद्र बना है. जहां दर्शकों द्वारा मछली के लिए बनाए गए कुंड में विशिंग के लिए सिक्के डालकर अपनी विशिंग पूरी होने के लिये कर मन्नत मांग रहे हैं. इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में नया विशिंग वेल (मन्नती कुंड) बन गया है. ये लोगों की आस्था का केंद्र बनता जा रहा है. चिड़ियाघर आने वाले दर्शक पानी के कुंड नुमा विशिंग वेल में पैसे के सिक्के डालकर हाथ जोड़ते हुए मन्नत मांग रहे हैं. धीरे-धीरे विशिंग वेल में पैसे के सिक्के डालकर मन्नत मांगने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है.


बढ़ती जा रही है लोगों की आस्था


दरअसल स्वच्छता में सबसे साफ और सुंदर शहर इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय (जू) में पानी का कुंड अब लोगों की आस्था का केंद्र बनता जा रहा है. पानी के इस कुंड का नाम विशिंग वेल हो गया है. चिड़ियाघर आने वाले लोगों का मानना है कि इस विशिंग वेल में पैसे के सिक्के डालकर जो भी मनोकामना मांगी जाती है वह पूरी होती है. शुरुआती दौर में विशिंग वेल में चंद लोगों ने सिक्के डालने शुरू किए. अब धीरे-धीरे लोगों की संख्या और लोगों की आस्था बढ़ती जा रही है.


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हजारों की संख्या में आते हैं दर्शक


जू प्रभारी उत्तम यादव के अनुसार जू में रोजाना हजारों की संख्या में दर्शक आते हैं. इसमें एक बड़ा तबका आस्थावान होता है और उन्होंने ही यहां पर विशिंग वेल बनाया है. विशिंग वेल में मछलियां भी है. बड़ी संख्या में लोग विशिंग वेल में सिक्के डालकर हाथ जोड़ते हैं और मन्नते मांगते हैं. उत्तम यादव ने बताया कि जू प्रबंधन द्वारा ऐसा कोई प्रयास नहीं किया गया है, लेकिन लोगों की आस्था है और लोगों ने अपनी श्रद्धा के अनुसार बर्ड एवीयरी में विशिंग वेल निर्मित कर लिया है. एक तरह से यहां एक परंपरा की शुरुआत हो गई है.


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