Indore News: ओमिक्रोन की आहट और कोविड वैक्सीन के सेकंड डोज को लेकर बरती जा रही लापरवाही पर इंदौर उदाहरण पेश कर रहा है. उसका ये कदम देश के अन्य राज्यों और शहरों के लिए वाकई नजीर है. देश के स्वच्छ शहरों में शामिल इंदौर ने वैक्सीन के पहले डोज का लक्ष्य सबसे पहले हासिल कर लिया था. अब टीकाकरण का दूसरा डोज के लक्ष्य पर नियत तारीख 30 नवंबर आ चुकी है. लिहाजा, प्रशासन सख्ती के मूड में है और शहर भर में कार्रवाई की जा रही है. निगम और प्रशासन की संयुक्त टीम ने मारुति और टोयोटा जैसे शो रूम, कारखाने सील कर दिए हैं क्योंकि उनके कर्मचारियों को वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगी थी.  


देश का सबसे स्वच्छ शहर कोरोना की दोनों लहरों में हॉट स्पॉट रह चुका है और बीते एक सप्ताह में करीब 50 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. एक व्यक्ति की मौत भी कोरोना से हो चुकी है. एक तरफ कोविड संक्रमितों की बढ़ती संख्या तो दूसरी ओर कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन की आशंका के साथ पूर्व निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति के लिए इंदौर में प्रशासन और निगम की टीम सख्त हो चुकी है. दरअसल, वैक्सीन की दूसरी डोज को लेकर इंदौर जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने 30 नवंबर की डेड लाइन घोषित की थी. उन्होंने व्यापारिक और औद्योगिक संगठनों के साथ बैठकों में उन कर्मचारियों को काम पर न आने देने को कहा था जिनको वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगी है. इसके बाद प्रशासन और निगम की टीम ने डेड लाइन पर कार्रवाई शुरू कर दी है. इंदौर के नगर निगम जोन क्रमांक 18 में जोनल अधिकारी अतीक खान की अगुआई में भंवरकुआं स्थित मारुति के शो रूम राणा मोटर्स और सांघी टोयोटा शो रूम को सील कर दिया गया. इन शो रूम्स के कारखाने भी सील किये जा चुके हैं.


अधिकारी के मुताबिक दोनों शो रूम के कमर्चारियों को वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगी थी. लिहाजा, दोनों ही शोरूम को सील कर दिया गया है. इसके अलावा अन्य स्थानों पर कार्रवाई जारी रहेगी. सोमवार और मंगलवार को जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने शो रूम्स के अलावा अनवैक्सिनीटेड कर्मचारियों के कारण नवलखा स्थित माहेश्वरी स्वीट्स, एसआर कंपाउंड स्थित सुपर कॉप केयर, रॉयल फर्नीचर, शिरमी बुटीक पर कार्रवाई की. वहीं देवगुराड़िया मेनरोड स्थित गिरिराज गोवर्धन वरदान फैक्ट्री को सील कर दिया गया. इन सभी स्थानों पर कर्मचारियों ने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई थी. प्रशासन की कार्रवाई आज भी जारी है. निगमायुक्त प्रतिभा पाल के मुताबिक शहर में 15 प्रतिशत आबादी के चलते 85 प्रतिशत लोग खतरे में हैं. लिहाजा, अब व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से लेकर लोगों को मिलने वाली सुविधाओं पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है क्योंकि कोरोना को कतई हल्के में नहीं लिया जा सकता. उन्होंने बताया कि शहर के 250 स्थानों पर 100 मोबाइल वैन से मंगलवार को वैक्सीनेशन करवाया जा रहा है. ऐसे में लोगों को जागरूक होकर वैक्सीन लगवानी चाहिए. 


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