Indore News: कहा जाता है कि मेहनत और लगन से काम करने पर सफलता जरुर हासिल होती है. सफलता किसी उम्र के बंधन की मोहताज नहीं होती. महज 12 साल की उम्र में ऐसा ही कारनामा इंदौर के अवि शर्मा ने कर दिखाया है. उसने छोटी उम्र में ही आवाज से चलने वाला एक कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार किया है. दावा है कि प्रोग्राम की मदद से कंप्यूटर को ऑपरेट किया जा सकता है. इंदौर शहर के अवि शर्मा किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. वर्तमान में अभी एक मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक भी हैं. कुछ समय पूर्व अवि ने 250 छंदों की बाल मुखी रामायण की रचना भी की थी. अब इस बाल वैज्ञानिक ने 1700 से ज्यादा कोडिंग के माध्यम से एक वॉयस ऑपरेटिंग प्रोग्राम तैयार किया है जिसके माध्यम से बोलने पर ही कंप्यूटर काम करने लगेगा.
प्रोग्राम कंप्यूटर पर वॉयस कमांड के साथ करेगा काम
अवि शर्मा के अनुसार उन्होंने 2 सप्ताह की मेहनत से प्रोग्राम तैयार किया है. प्रोग्राम तैयार करने के लिए इंटरनेट के अलग-अलग माध्यमों से उन्होंने सीखा. यह प्रोग्राम खास कर कंप्यूटर पर वॉयस कमांड के साथ काम करेगा. प्रोग्राम में भाषा परिवर्तन की भी सुविधा दी गई है. जिसके माध्यम से बोली जाने वाली भाषा को परिवर्तित किया जाएगा. अवि का कहना है कि उन्हें इस प्रोग्राम को तैयार करने की प्रेरणा बुजुर्गों और विशिष्ट जनों से मिली है. आज के समय में कंप्यूटर हर किसी की आवश्यकता बन गया है. ऐसे में जो लोग इसे ऑपरेट नहीं कर पाते हैं उनके लिए यह प्रोग्राम काफी हद तक मदद करेगा.
बुजुर्गों और दिव्यांग जनों को कमदद मिलने का दावा
अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चलाने में भी क्या प्रोग्राम काफी हद तक मददगार होगा? अवि ने बताया कि उनका तैयार किया गया प्रोग्राम एक वॉयस कमांड प्रोग्राम है. जिसके माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी संचालित किया जा सकता है. अगर घर पर वाईफाई की सुविधा उपलब्ध है तो घर की लाइट, पंखे और ऐसी को भी इस प्रोग्राम के माध्यम से ऑपरेट किया जा सकता है. इस प्रोग्राम के माध्यम से बुजुर्गों और दिव्यांग जनों को काफी हद तक मदद मिलेगी. प्रोग्राम तैयार करने की प्रेरणा भी उन्हीं लोगों से मिली है. अवि के माता पिता बेटे की सफलता से काफी खुश हैं. अवि का कहना है कि माता-पिता के सहयोग और मार्गदर्शन से ही सफलता के आयाम हासिल किया है.