MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में मूक बधिर लोगों के लिए खोले गए सहायता केंद्र का अब प्रदेश और देश सहित विदेशों में भी डंका बजेगा. मूकबधिर सहायता केंद्र अब मॉरिशस में भी खुलेगा, जिसे संचालित करने के लिए इंदौर सहायता केंद्र के संचालक सहित इंदौर पुलिस (Indore Police)मॉरिशस पुलिस को ट्रेनिंग देगी.
दरअसल, इंदौर के तुकोगंज थाना परिसर में सन 2002 में देश के पहले मूकबधिर सहायता केंद्र की शुरुआत की गई थी. इसमें ट्रांसलेटर की सहायता से इंदौर पुलिस द्वारा मूकबधिर लोगों की शिकायत के आधार पर उसका समाधान किया जाता आ रहा है. इसी तर्ज पर अब मॉरिशस में मूकबधिर सहायता केंद्र खुलने जा रहा है.
केंद्र संचालक ने क्या बताया
मध्य प्रदेश मूकबधिर सहायता केंद्र के संचालक ज्ञानेंद्र पुरोहित ने बताया कि, प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आए कॉमनवेल्थ देशों के दिव्यांग सलाहकार समिति के सदस्य सुवन शर्मा ने इंदौर शहर सहित आसपास के शहरों में भी भ्रमण किया था. मॉरिशस के रहने वाले सुवन शर्मा ने ट्वीट कर लिखा था कि दिव्यांग जनों के लिए इंडिया में किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं है, जिसे देखकर उनसे संपर्क किया गया और हमने उनको बताया कि पहले से ही हमारा एक हेल्पलाइन थाना है, जहां दिव्यांग मूकबधिर लोगों की एफआईआर लिखी जाती है.
ज्ञानेंद्र पुरोहित ने आगे बताया कि, इसके बाद वे (मॉरिशस के रहने वाले सुवन शर्मा) आए और हमसे मिले. उन्हें महाकाल का दर्शन भी करवाया गया और सेंटर दिखाया गया, जिसे देखकर वे बहुत खुश हुए और कहा कि मॉरिशस में कभी किसी ने सोचा भी नहीं कि इस तरह का कोई थाना खोला जा सकता है. उन्होंने कहा कि मैं तो कॉमनवेल्थ देशों के दिव्यांग सलाहकार समिति में हूं और सभी जगह जाता हूं. राष्ट्रमंडल के 71 देशों में सभी जगह जाकर मूकबधिर और दिव्यांग पुलिस स्टेशन खुलवाऊंगा.
ऑनलाइन दी जाएगी ट्रेनिंग
वहीं ज्ञानेंद्र पुरोहित ने बताया कि, फिलहाल मॉरिशस में सहायता केंद्र खोला जाएगा. उसके बाद 71 देशों के लिए उनके द्वारा प्रस्ताव बनाया जाएगा. इंदौर मूकबधिर सहायता केंद्र व इंदौर पुलिस द्वारा मॉरिशस पुलिस को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी. मॉरिशस पुलिस को इसमें मूकबधिर कि किस प्रकार से सहायता की जाती है, कैसे मूकबधिर के बयान दर्ज किए जाते हैं और किन-किन परेशानियों में मूक-बधिर को क्या सहयोग करना चाहिए, इन सभी बिंदुओं पर ऑनलाइन माध्यम से ट्रेनिंग दी जाएगी. बताया जा रहा है कि नवंबर माह में इसे लेकर वहां एक बड़ा सम्मेलन भी किया जाना है, जो मूकबधिर दिव्यांग लोगों के लिए बेहतर साबित होगा.