Indore News: पेपरलेस बिजली बिल की पहल करेगी इंदौर बिजली विभाग, उपभोक्ताओं को मिलेगी ये छूट
Paperless Electricity Bill: पश्चिमी क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी अपने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए पेपरलेस बिजली बिल की सुविधा लेकर आई है. इससे उपभोक्ताओं को अपने मोबाइल फोन पर ही बिजली बिल उपलब्ध होगा.
MP News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) पश्चिमी क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी अपने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए पेपरलेस बिजली बिल की सुविधा लेकर आई है. इससे उपभोक्ताओं को अपने मोबाइल फोन पर ही बिजली बिल उपलब्ध होगा और वो आसानी से अपने स्मार्टफोन से बिल का भुगतान कर सकेंगे. अब उपभोक्ताओ को बिजली विभाग जाकर अपने घरों के बिजली बिल के लिए लाइनों में नहीं लगनी पड़ेगी. बिजली विभाग के पेपरलैस होने से विभाग को बिल प्रिंटिंग का लाखों का खर्च बचेगा. जिसका फायदा कंपनी बिजली बिल में छूट देकर भी करेगी.
पेपरलेस बिजली बिल उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग के तुरंत बाद ही उनके फोन पर उपलब्ध हो जाएगा. जिससे उपभोक्ताओं को बिल का भुगतान करने के लिए और अधिक वक्त मिलेगा और बिल राशि में दी जाने वाली छूट के बाद उपभोक्ता की जेब में भी कुछ पैसा बचेगा. बिजली वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंधक निदेशक अमित तोमर ने बताया कि अगले दो माह में इंदौर, उज्जैन, रतलाम, देवास, शाजापुर आगर, धार, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, झाबुआ, अलीराजपुर मंदसौर, नीमच, जिला मुख्यालय पर पेपरलेस बिजली बिल की सुविधा शुरु की जाएगी. मीटर रीडर घर, दुकान, कार्यालयों या अन्य परिसरों पर फोटोमीटर रीडिंग लेगा. उसके बाद ऐप के जरिए बिल जनरेट हो जाएगा. जिसके बाद उपभोक्ता के मोबाइल पर उसे बिल मिलेगा. बिल का भुगतान करने के लिए उपभोक्ताओं को बिल पर ही लिंक दी जाएगी जिसके माध्यम से उपभोक्ता अपने बिल का भुगतान आसानी से कर सकेगा.
घर बैठे कैशलेस बिल का भुगतान करने पर घरेलू उपभोक्ता को न्यूनतम 5 रुपये से लेकर बिल राशि में 20 रुपये की छूट मिलेगी. तोमर ने आगे बताया कि उपभोक्ता मोबाइल पर मिले पेपर लेस बिल को दिखाकर बिजली कंपनी के जोन, वितरण केंद्रों के भुगतान केंद्र पर राशि जमा करवा सकेगा. स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ता जिनके बिजली खातों में मोबाइल नंबर लिंक नहीं है. वह यूजर्स या मीटर रीडरों की मदद से अपने मोबाइल नंबर दर्ज करवा सकते हैं.आगे देखने वाली बात होगी कि बिजली विभाग की यह नई योजना कहां तक कारगर साबित होती है और उपभोक्ताओं को इसका कितना लाभ मिल पाता है.
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