Indore Fake GST Firms Busted: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) में साइबर सेल (Cyber Cell) ने फर्जी जीएसटी फर्म (Fake GST Firms) चलाने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इंदौर के माणिक बाग स्थित सेंट्रल जीएसटी कार्यालय को फर्जीवाड़े की सूचना मिली थी. आरोपी लोगों के दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल कर रहे थे. ऑनलाईन पोर्टल पर छह जीएसटी फर्मो का रजिस्ट्रेशन करने की जानकारी मिली थी.
सेंट्रल जीएसटी ने मामले की शिकायत साइबर सेल से की थी. मामले की जांच में पता चला कि अज्ञात आरोपी ऑनलाइन जीएसटी पोर्टल पर दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल करते हुए फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे हैं. आरोपी लोगों की पहचान चोरी कर फर्जी जीएसटी फर्म बनाकर शासन को राजस्व की हानि पहुचा रहे थे. राज्य साइबर सेल के एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि सूचना पर मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल ने एक टीम बनाई और जांच शुरू की. संदिग्धों से पूछताछ की गई. इस मामले का एक आरोपी सुलेमान करीम अली मेघानी गुजरात के सूरत का रहने वाला है. उसे पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है.
पूछताछ में आरोपी ने बताई यह बात
पूछताछ में सुलेमान ने फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी आमिर हलानी और उसके सहयोगी अरसान मर्चेंट का नाम बताया. दोनों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.
आरोपियों के इंदौर के पतों पर 19 अन्य रजिस्टर्ड फर्मो का भी पता चला है. कुल 25 जीएसटी फर्म जीएसटी के ऑनलाईन पोर्टल पर इंदौर के लोगों के दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल कर बनाई गई थीं. ये फर्म किसके बैंक अकाउंट पर खुलीं, इसकी जांच की जा रही है. आरोप है कि इन फर्मों ने सरकार को राजस्व का करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाया है.
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