MP Online Class Closed: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कोविड गाइडलाइन के तहत लगाए गए सभी प्रतिबंधों से आम जनता को मुक्त करने की घोषणा हाल में की थी. जिसके बाद निजी और सरकारी स्कूलों से लेकर उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले कॉलेजों को भी खोला जा चुका है. प्रतिबंध खत्म होने के बाद शैक्षणिक संस्थानों में ऑफलाइन पढ़ाई शुरू हो चुकी है. उच्च शिक्षा विभाग ने तत्काल प्रभाव से संस्थानों को ऑनलाइन कक्षाएं बंद करने के आदेश भी जारी कर दिए हैं. जिसके बाद महाविद्यालयों और विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले विभागों और कॉलेजों में छात्रों की सौ प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है.
ऑफलाइन क्लास शुरू होने पर छात्रों ने जताई खुशी
परंपरागत रूप से कॉलेज में पढ़ाई शुरू होने पर छात्रों ने खुशी जताई है. आस्था रावत कहना है कि दोस्तों के साथ गप्पे करेंगे और साथ में अच्छे से पढ़ाई भी करेंगें. पूर्वा शर्मा के मुताबिक शिक्षा और करियर दोनों एक साथ जुड़े हैं. लिहाजा, ऑफलाइन पढ़ाई में दोबारा लौटने पर खुशी है. ऑनलाइन क्लास में आनेवाली दिक्कतों पर कई छात्रों ने अनुभव साझा किए. उन्होंने कहा कई बार डाउट क्लियर नहीं हो पाते थे लेकिन कोरोना काल में मजबूरी के आगे समझौता करना पड़ा था. फिलहाल, हालात सुधर रहे हैं और ऐसे में अब मन लगाकर पढ़ाई करेंगे. दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उच्च शिक्षा विभाग से जारी आदेश के बाद सोमवार से ज्यादातर कॉलेजों में छात्रों को बुलाया गया है. हालांकि दूसरे शहरों में रहने वाले छात्र-छात्राएं अभी इंदौर नहीं आये हैं.
डेढ़ साल बाद कॉलेज में छात्रों की उपस्थिति हुई शुरू
कॉलेज प्रशासन बाहरी छात्रों को भी सूचित कर बुलाने का प्रयास कर रहा है क्योंकि इंदौर में रहकर पढ़ाई करने के लिए सबसे पहले मेस और हॉस्टल की व्यवस्था करनी पड़ती है. सरकारी कॉलेजों में 50 प्रतिशत से ज्यादा छात्रों की उपस्थिति रहने की उम्मीद हफ्ते भर में जताई जा रही है. उच्च शिक्षा विभाग की ओर से कॉलेजों को 18 नवंबर को आदेश दिया जा चुका है. आदेश में ऑफलाइन क्लास के अलावा हॉस्टल, मेस का संचालन भी शुरू करने को कहा गया है. हालांकि शूरू हो रहे कॉलेजों में कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की भी नसीहद दी गई है. इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के मीडिया कोऑर्डिनेटर डॉक्टर चंदन गुप्ता ने बताया कि लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. बैठक के माध्यम से सोमवार को विश्वविद्यालय के सभी विभाग अध्यक्षों की एक मीटिंग और की है. आगे बेहतर तरीके से शैक्षणिक व्यवस्था संचालित करने की आगामी रणनीति तैयार की गई है. बता दें कि डेढ़ साल बाद स्कूल कॉलेज को खोलने के आदेश की छात्र सराहना कर रहे हैं.