MP News: इंदौर के लोकायुक्त पुलिस को शिकायत मिली थी कि वार्ड क्रमांक 50 में प्रभारी निगम दरोगा संजय संगत सफाईकर्मी महिला रेखा बाई कसेरिया से रिश्वत मांगी थी. दरोगा ने सफाई कर्मी महिला रेखा बाई कसेरिया से 2 माह का वेतन दिलाने के एवज में 11 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी. शिकायत पर से बुधवार को रेखा बाई द्वारा 11 हजार की रिश्वत दरोगा को देने पहुंची थीं. तभी लोकल पुलिस ने रंगे हाथों दरोगा को दबोचा लिया.


क्या कहा लोकायुक्त पुलिस ने?
लोकायुक्त इंस्पेक्टर विजय चौधरी ने बताया कि फरियादी द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसके आधार पर बुधवार आरोपी दरोगा संजय संगत को रिश्वत की तय राशि 11 हजार रुपये देना तय हुआ. जैसे ही रिश्वत के पैसे आरोपी दरोगा को महिला द्वारा दिया गया, उसी वक्त आरोपी दरोगा को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया गया. लोकायुक्त इंस्पेक्टर विजय चौधरी ने बताया कि भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है. आरोपी दरोगा की जांच की जा रही है. इस मामले में आगे कार्यवाही की जाएगी.


गौरतलब है कि लोकायुक्त पुलिस द्वारा अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पहले भी कई बार पकड़ा जा चुका है और आरोपी दरोगा पर पहले भी कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार किया गया है, लेकिन बावजूद इसके अधिकारियों द्वारा रिश्वत लेने के मामले में कमी नही देखी जा रहीं. इसके अलावा एक दिसंबर को प्रधानमंत्री आवास योजना की तीसरी किस्त दिलाने के नाम पर आगर मालवा में एक सहायक सचिव ने 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी. यह मामला जब लोकायुक्त पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने आरोपी को ट्रेप कर लिया. फरियादी किश्त के लिए लंबे समय से परेशान हो रहा था.


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