(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Indore News: पिछली बारिश से नगर निगम ने नहीं ली सीख, इन इलाकों में इस बार हो सकता है जलजमाव
MP News: निगम ने पिछली बार की लापरवाही को देखते हुए केवल 18 जगह स्टॉर्म वाटर लाइन और 6 जगह रोड बनाई है. वही 22 स्थानों पर लाइन की सफाई भी की गई है.
इंदौर: शहर में बीते वर्ष हल्की बारिश में ही भारी जलजमाव हो गया था. इसे देखते हुए आने वाले बरसात के मौसम में शहर के कई इलाकों में जलजमाव की आशंका जताई जा रही है. बीते एक साल में अधिकारी 251 में से केवल 48 स्थानों को ही दुरुस्त कर पाए हैं, जहां पिछली बार बारिश का पानी जमा हो गया था. शहर में 203 स्थान ऐसे हैं, जहां न तो स्टॉर्म वाटर लाइन डाली गई है और न ही अन्य इंतजाम किए गए हैं.
जलजमाव रोकने के लिए नगर निगम ने क्या किया है
दरअसल पिछले साल बारिश के मौसम में शहर में कई स्थानों पर जलजमाव की स्थिति बन गई थी. इससे उस क्षेत्र के रहवासी खासे ही परेशान हुए थे. निगम ने पिछली बार की लापरवाही को देखते हुए केवल 18 जगह स्टॉर्म वाटर लाइन और 6 जगह रोड बनाई है. वही 22 स्थानों पर लाइन की सफाई भी की गई है. वहीं चंद्रभागा, कलेक्टर चौराहा, पलसीकर, सिंगापुर अंडरपास सहित 203 स्थानों पर पहले जैसी ही स्थिति है. हालांकि शहर की यह स्थिति वाटर प्लस सिटी के नाम हुई मनमानी नाला टैपिंग के कारण हुई है, जो कि निगम ने बिना प्लानिंग नाले टैप किए. इससे सीवर का पानी तो नदी में जाने से रुका ही वही बारिश के पानी के लिए भी जगह नहीं बची.
पिछले साल विजय नगर क्षेत्र में पानी भरने की समस्या आई थी. वहां नगर नीगम ने सड़क का निर्माण कर दावा किया गया था कि अब यहां पानी भरने की समस्या नहीं आएगी. लेकिन बारिश के पहले ही मई में दो दिन सिर्फ ड्रेनेज ओवरफ्लो होने से ही वहां जलजमाव की स्थिति बनती हुई दिखाई दी.
इस मामले में जब निगम आयुक्त प्रतिभा पाल से बात की गई तो उनका कहना था कि नगर निगम ने मानसून की तैयारी शुरू कर दी है. उन्होंने माना कि जलजमाव वाले 120 क्षेत्र चिन्हित किए गए हैं. इनमें से 25 जगहों पर स्थायी इंतजाम किया गया है. हालांकि कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहा परमानेंट व्यवस्था नहीं की जा सकती है. इस वजह से नालियों से ही बारिश का पानी निकला जाएगा. उन्होंने कहा कि बारिश के पानी से शहर में जलजमाव न हो इसके लिए नगर निगम प्रयास कर रहा है.
कहां कहां हो सकता है जलजमाव
शहर में पिछली बार महज पौन इंच बारिश में शहर की सड़कें तालब बन गई थीं. इसके बाद भी निगम ने मानसून के पहले कि क्षेत्रों में जल निकासी को लेकर कोई उचित कार्य नहीं किए हैं. इसका खमियाजा शहर की जनता को आने वाले दिनों में भुगतना पड़ेगा. शहर के कलेक्टर चौराहा, चंद्रभागा मेनरोड, जूनी इंदौर ब्रिज के नीचे, बीआरटीएस, मल्हारगंज, गंगवाल बस स्टैंड, गांधी हॉल के पीछे, एमटीएच बस स्टॉप, ब्रिलियंट के सामने, सयाजी के पास, विजयनगर चौराहा, एमआर-9, महालक्ष्मीनगर, पाटनीपुरा चौराहे से साईंद्वार, जंजीरावाला, नरेंद्र हिरवानी गेट, वैशालीनगर, खातीवाला टैंक, खनूजा ग्राउंड, माणिकबाग लाइन ऐसे इलाके हैं, जहां बारिश के मौसम में जलजमाव हो सकता है.
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