Indore News: मध्य प्रदेश की सियासत में 2023 के चुनाव से पहले आदिवासी वोट बैंक को लेकर सियासत गरमा गई है. वोट बैंक को लुभाने के लिए सीएम शिवराज के मंत्री बयानों की बौछार लगा रहे हैं. हाल ही में कृषि मंत्री कमल पटेल के दिए गए बयान पर जमकर राजनीति हो रही है. मंत्री ने एक सभा में जननायक टंट्या मामा की तुलना सीएम शिवराज मामा से कर दी थी. इधर, दूसरी तरफ बीजेपी की ही एक मंत्री ने अधर में लटके कार्यक्रम से पहले मध्य प्रदेश का सियासी माहौल गरमा दिया है.
कोरोना का तोड़ टंट्या मामा की ताबीज- पर्यटन मंत्री
दरअसल, 4 दिसंबर को टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर महू के पातालपानी में एक बड़ा आयोजन किया जाना है. इंदौर में जब कोरोना के बढ़ते खतरे को लेकर सावधानी बरतने पर पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर से सवाल किया गया तो उनकी तरफ से अजीब जवाब आया. मंत्री का बयान अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. मंत्री उषा ठाकुर ने कोरोना वायरस का तोड़ टंट्या मामा की ताबीज को बताया है. उनके मुताबिक टंट्या मामा की ताबीज लोगों को स्वस्थ रखती है.
इतना ही नहीं महू में होने वाले आयोजन पर प्रकृति और परमात्मा की कोई मार नहीं पड़ेगी. बता दें कि मंत्री उषा ठाकुर का ये बयान ऐसे समय आया है जब कोरोना के ओमिक्रोन जैसे घातक वेरिएंट से हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में मंत्री का बयान इसलिए अनूठा माना जा रहा है क्योंकि जब मध्य प्रदेश सरकार कोरोना को लेकर आशंकित है तो फिर मंत्री क्यों नहीं. फिलहाल, मंत्री के बयान के बाद एक बार फिर ठिठुरते इंदौर सहित मध्यप्रदेश में सियासत गरमा गई है क्योंकि ताबीज में दम है तो फिर वैक्सीन क्यों हर कदम हमदम है.
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